Noida News : शहर के सबसे पूराने फैक्ट्री मालिकों के संगठन नोएडा एंटरप्रिन्योर्स एसोसिएशन के चुनाव का बिगुल फूंक चुका है। इस चुनाव में वर्तमान अध्यक्ष विपिन मल्हन 7वीं बार अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। बता दें विपिन 2011 से एसोसिएशन के अध्यक्ष के पद पर काबिज हैं। शनिवार को विपिन मल्हन-वीके सेठ पैनल ने सेक्टर 6 में अपने चुनावी कार्यालय का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उनके समर्थक उद्यमी एक बार फिर उनकी जीत का दावा कर रहे हैं।
चुनावी कार्यालय का उद्घाटन
एनईए चुनाव के लिए विपिन मल्हन-वीके सेठ पैनल ने शनिवार को B-108 sector 6 में अपने चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। इस दौरान एनईए चुनाव में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार विपिन मल्हन ने इस अवसर पर एक महत्वपूर्ण समस्या अपना वक्तव्य देते हुए बताया कि एनईए के सदस्यों ने शहर में वातावरण को शुद्ध रखने में अपना योगदान को ध्यान में रखते हुए करीब 20 फीसदी जनरेटरों को डीजल से CNG में कनवर्ट कर दिया गया है। जल्द ही संख्या दोगुना से ज्यादा हो जाएगी।
17 सौ मतदाता करेंगे वोट
शहर के फैक्ट्री मालिकों की समस्याओं को संगठित तौर पर उठाने के उद्देश्य से 1978 में अस्तित्व में आए नोएडा एंटरप्रिन्योर्स एसोसिएशन एक प्रतिष्ठित संगठन है। वर्तमान में इसके 3000 से ज्यादा सदस्य हैं। किन्तु चुनाव में 1700 फैक्ट्री ऑनर्स को ही मतदान का अधिकार प्राप्त है। बता दें की वोटिंग करने के लिए वही सदस्य पात्र हैं जिनके अपने खुद के नाम की फैक्ट्री है। उसको प्लाट नोएडा अथॉरिटी द्वारा स्वयं के नाम से आवंटित है, किराएदारों को वोट देने का अधिकार नहीं है।
इन पदों का होगा चुनाव
एक पैनल के 146 लोगों में से एसोसिएशन के अध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष पदों के उम्मीदवारों के लिए वोटर्स अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। बाकी सभी कार्यकारिणी के सदस्य होंगे। चुनाव के लिए 15 जनवरी को नामांकन, 16 को नामांकन पत्रों की जांच और 17 को नाम वापसी और 20 जनवरी को वोट डाले जाएंगे। चुनाव अधिकारी सुभाष सिंधल, अनिल अग्रवाल, योगेष आनन्द, राकेश कत्याल और झुमा विश्वास नाग की देखरेख में पूरी निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न होगी।
शुल्क में 80 फीसदी तक कटौती
एसोसिएशन के वर्तमान अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन ने बताया कि चुनाव में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो, इसलिए शुल्क में करीब 80 फीसदी तक की कटौती की गई है। उन्होंने बताया कि चुनाव लड़ने की फीस पदाधिकारियों के लिए 11,000 से घटाकर 2100 रुपये कर दी गई है जबकि सदस्यों के लिए फीस 5000 से घटाकर 1100 रुपये और फार्म का मूल्य 500 से घटाकर 100 रुपये कर दिया गया है।