Noida News : नोएडा शहर में 'वेस्ट टू वंडर' पार्क बनाया जा रहा है। शहर से निकलने वाले कचरे और प्लास्टिक की मदद से इस पार्क में अजब-गजब स्कल्पचर लगाए जाएंगे। शहर में बच्चों के लिए खास तौर से दो पार्क डिवेलप किए जा रहे हैं। अब परिवार के साथ पार्कों में घूमने का मजा आएगा। शहर की बड़ी सड़कों पर हरे-भरे और फूलदार पौधे लगाए जाएंगे। बैठने के लिए स्ट्रीट फर्नीचर मिलेगा। वहां आराम से कॉफी का आनंद उठाया जा सकेगा। यह सारी सुविधाएं विकसित करने के लिए मंगलवार को नोएडा (CEO Noida) की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी (Ritu Maheshwari IAS) ने जिम्मेदार अफसरों को आदेश दिए हैं।
ऋतु महेश्वरी ने अधिकारियों को आदेश दिया कि शहर के सेक्टर-77 और सेक्टर-117 में निर्माणाधीन पार्कों का काम पूरा हो चुका है। इन पार्कों में डिजाइनर बैंच और डस्टबिन लगाई जाएं। पार्कों का विकास आकर्षक थीम पर किया जाए। इनोवेटिव आइडिया के साथ पार्कों को विकसित किया जाना चाहिए। पार्कों में फ्लोर चैस, केव कांसेप्ट और कैनोपी वाकिंग की सुविधा लोगों को दी जाए। ऋतु महेश्वरी ने शहर के शिल्प हाट और शिवालिक पार्क को चिल्ड्रन पार्क के रूप में विकसित करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा इन दोनों पार्कों में अच्छे झूले लगाया जाएं। जो बच्चों को दूर से आकर्षित करें। यह दोनों स्थान इस तरह विकसित किए जाएं कि पूरे शहर के लोग यहां आना पसंद करें। यह दोनों पार्क शहर के लोगों के लिए अच्छे एसेट साबित होने चाहिए।
शहर की सड़कों को नए अंदाज में विकसित करने का आदेश मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने दिया है। उन्होंने कहा सड़कों के किनारे ग्रीन बेल्ट का विकास किया जाए। कुछ स्थानों पर ग्रीन बेल्ट विकसित कर ली गई हैं। बाकी स्थानों को चिन्हित करके काम शुरू कर दें। सड़कों और ग्रीन बेल्ट के बीच आकर्षक स्थान विकसित किए जाएं। इन पर स्ट्रीट फर्नीचर लगाया जाए। ग्रीन बेल्ट को आकर्षक और खूबसूरत बनाने के लिए अच्छे विकल्पों पर विचार किया जाना चाहिए।
शहर के सेक्टर-114 में 'वेस्ट टू वंडर' पार्क का विकास किया जा रहा है। इस पार्क के लिए जल्दी से जल्दी टेंडर जारी किया जाना चाहिए। 'डस्ट फ्री जोन' और ओपन जिम की व्यवस्था की जाए। यहां लोग परिवार के साथ आएं। बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को अपनी-अपनी पसंद की गतिविधियां यहां उपलब्ध होनी चाहिए। 'वेस्ट वंडर पार्क' में विभिन्न प्रकार के स्कल्पचर लगाए जाएंगे। जिनका निर्माण शहर से निकलने वाले प्लास्टिक वेस्ट से किया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को खूबसूरत बनाने के लिए दो हजार गमले लगाए जाएंगे। अभी 300 गमले लगाए गए हैं। एक्सप्रेसवे पर लोकेशन देखकर 1,000 गमले और लगाए जाएं। जिन गमलों में पौधे सूख गए हैं, उनमें पौधों को रिप्लेस किया जाए। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने यह सारे काम 15 अप्रैल तक करने का आदेश दिया है। 15 अप्रैल को इन सारे विकास कार्यों की समीक्षा की जाएगी।