Noida News : शहर में खुदकुशी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आत्महत्या के बढ़ते आंकड़ों को देखकर आम आदमी ही नहीं बल्कि विशेषज्ञ और डॉक्टर भी काफी हैरान है। अंदाजा आप इस तरह भी लगा सकते हैं कि पिछले 24 घंटे में जिले में 4 लोगों ने अपनी जान दी है। कोविड महामारी के बाद लोगों के सामने आर्थिक संकट गहराया है इसके बाद से ही आत्महत्या जैसी घटनाएं बढ़ी है।
चार थाना क्षेत्रों में लोगों ने मौत को गले लगाया
गौतमबुध नगर जिले के 4 अलग-अलग इलाकों में रहने वाले 4 लोगों ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है जिसमें दो महिला और दो पुरुष शामिल है। मिली जानकारी के मुताबिक थाना फेस -3 क्षेत्र में रहने वाली मंजू पत्नी कन्हैयालाल निवासी ग्राम गढ़ी चौखंडी ने मानसिक तनाव के चलते बीती रात को अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। दूसरा मामला सूरजपुर थाना क्षेत्र से है जिसमें सुषमा पत्नी अनिल ने मानसिक तनाव के चलते अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
दो पुरुषों ने दी जान
वहीं सेक्टर 58 क्षेत्र में रहने वाले कर्ण पुत्र नेत्रपाल ने मानसिक तनाव के चलते नवादा गांव के पास ग्रीन बेल्ट में लगे पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। फेस- 2 थाना क्षेत्र में रहने वाले सुरेश शाह पुत्र सुदामा शाह ने मानसिक तनाव के चलते अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी की है।
कुछ इस तरह कर सकते हैं बचाव
प्रोफेसर आनंद प्रताप सिंह के मुताबिक ऐसे में जरूरी है कि परिजन परेशानी को समझें। सभी लोग परिवार के मुखिया या कमाने वाले का सहयोग करें। अगर परिवार के किसी युवा को कामयाबी नहीं मिल रही है तो उसे प्रताड़ित करने की बजाय उसके प्रति सहयोगी रवैया बनाए रखें। घर में चुप्पी साधकर रहने वाले व्यक्ति पर विशेष नजर रखें। कोई भी मानसिक तनाव या परेशानी महसूस करने पर डॉक्टर से संपर्क करें। प्रोफेसर आनंद प्रताप सिंह ने बताया कि गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय मानसिक रूप से परेशान लोगों के लिए निशुल्क निदान केंद्र का संचालन कर रहा है। विश्वविद्यालय के क्लिनिकल साइकोलॉजी डिपार्टमेंट में ऐसे लोग संपर्क कर सकते हैं। नियमित सलाह और थेरेपी लेकर मानसिक तनाव को समाप्त किया जा सकता है।