Noida/Haridwar : ग्रेटर नोएडा के चिटहेरा गांव में किसानों और सरकार को लूटकर अरबों रुपये का भूमि घोटाला करने वाले गैंगस्टर माफिया यशपाल तोमर के खिलाफ उत्तराखंड एसटीएफ ने चार्जशीट फाइल की है। यशपाल तोमर चिटहेरा की ही तरह हरिद्वार में कारोबारियों की संपत्ति पर कब्जा करके अपने रिश्तेदारों और कुछ अधिकारियों के नाम करवा रहा था। अब गैंगस्टर यशपाल तोमर सहित उसके दो अन्य सहयोगियों धीरज दिगानी और गजेंद्र सिंह के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह चार्जशीट करीब दो हजार पन्नों की है। दूसरी तरफ गौतमबुद्ध नगर पुलिस कई महीने पहले उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जिला अदालत को यशपाल तोमर एंड गैंग के खिलाफ ट्रायल एक साल में पूरा करने का आदेश दिया है।
2000 पन्नों की चार्जशीट में पूरी क्रिमिनल हिस्ट्री
करीब 2000 पन्नों की चार्जशीट में यशपाल तोमर का आपराधिक इतिहास बताया गया है। जिसमें बताया गया है कि यशपाल किस तरह से रसूखदारों से मिलकर आम आदमी की जमीनों पर कब्जा करता था। वह बेहद काम वक्त में 300 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का मालिक बन गया था। गैंगस्टर यशपाल तोमर का नाम वर्ष 2022 के दौरान प्रकाश में आया था। यशपाल ने हरिद्वार के एक बड़े व्यापारी को उसकी संपत्ति पर कब्जा करने की धमकी दी। इस मामले में थाना ज्वालापुर (हरिद्वार) में मुकदमा दर्ज किया गया। एसटीएफ ने गोपनीय जांच की। यशपाल तोमर की कहानी सामने आई। इसके बाद एसटीएफ ने कार्रवाई आगे बढ़ाई। कई हैरान करने वाली घटनाएं सामने आईं।
बागपत का रहने वाला है गैंगस्टर यशपाल तोमर
यशपाल तोमर मूल रूप से बागपत जिले के बरवाला गांव का रहने वाला है। वह पेशे से किसान था। यशपाल और उसके पांच भाइयों के पास कुल नौ बीघा जमीन थी। इसके बाद यशपाल एक पुलिस अधिकारी के संपर्क में आया और जमीनों पर कब्जे करने लगा। फिर उसने सफेदपोश नेताओं का साथ पकड़ लिया और शातिर अपराधी बन गया। उत्तराखंड की एसटीएफ ने उसकी संपत्ति का आंकलन किया तो वह 153 करोड़ रुपये की पाई गई। जांच में यशपाल पर दर्ज 28 मुकदमे पाए गए हैं। जिनमें उसने लोगों को ब्लैकमेल करके उनकी संपत्ति हड़प ली। यशपाल और उसके गैंग का पूरा चिट्ठा हासिल करने के बाद एसटीएफ ने 29 जनवरी 2022 को उसे गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। बाद में उसका साथी धीरज दिगानी और फिर गजेंद्र गिरफ्तार किया गया। गजेंद्र और यशपाल ममेरे-फुफेरे भाई हैं। गजेंद्र बागपत के टीकरी गांव का निवासी है। उत्तराखंड एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि भूमाफिया यशपाल तोमर के खिलाफ हरिद्वार के ज्वालापुर कोतवाली में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज हुआ था। उस मामले की विवेचना भी एसटीएफ कर रही है।
डेढ़ साल से हरिद्वार जेल में बंद है यशपाल तोमर
विवेचना के बाद एसटीएफ ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। उसकी 153 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच करने के लिए हरिद्वार के जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई है। यशपाल तोमर इस समय हरिद्वार और धीरज दिगानी मेरठ जेल में बंद है। तीसरा आरोपित गजेंद्र जमानत पर चल रहा है।