आयोग के नाम पर फर्जीवाड़ा कर 24 हजार से ज्यादा पदों के लिए निकाला आवेदन, एफआईआर दर्ज

प्रयागराज : आयोग के नाम पर फर्जीवाड़ा कर 24 हजार से ज्यादा पदों के लिए निकाला आवेदन, एफआईआर दर्ज

आयोग के नाम पर फर्जीवाड़ा कर 24 हजार से ज्यादा पदों के लिए निकाला आवेदन, एफआईआर दर्ज

Google Image | एक संस्था ने 24178 पदों पर टीचर स्टाफ कॉलेज मैनेजमेंट व ग्रुप डी की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला है

उत्तर प्रदेश के एडेड माध्यमिक विद्यालयों में भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश स्कूल स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड (उत्तर प्रदेश स्कूल कर्मचारी चयन आयोग) नाम की एक संस्था ने 24178 पदों पर टीचर स्टाफ कॉलेज मैनेजमेंट व ग्रुप डी की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला है। इसमें शिक्षकों की फर्जी भर्ती का विज्ञापन निकालकर बेरोजगार युवाओं को ठगने की तैयारी का भंडाफोड़ हुआ है। इस बोर्ड के ऑनलाइन आवेदन मांगने की जांच की गई तो पता चला कि इस नाम से प्रदेश में कोई संस्था ही नहीं है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। बोर्ड के उप सचिव नवल किशोर शर्मा की तहरीर पर कर्नलगंज पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।

शासन की ओर से कहा गया कि प्रदेश में उत्तर प्रदेश स्कूल स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड के नाम से कोई संस्था ही नहीं है। स्कूल स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड से आनलाइन आवेदन मांगने की जांच की गई तो मालूम हुआ कि यह संस्था ही फर्जी है। प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को ठगने के लिए जालसाजों ने इस बार एक नया तरीका अपनाया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश स्कूल स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड नाम से एक फर्जी संस्था ही बना डाली। इसका विज्ञापन भी कुछ समाचार पत्रों में छपवाया। उसके बाद प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगा गया। आवेदन करने के लिए रजिस्ट्रेशन का एक लिंक भी दिया गया है। ऑनलाइन आवेदन रजिस्ट्रेशन 11 सितंबर से शुरू हो गया है। यह मामला प्रकाश में आने के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में विज्ञप्ति निकाल कर इस संस्था के फर्जी होने की पुष्टि कर दी है।

इस फर्जी संस्था द्वारा स्कूल कॉलेज टीचर्स कॉलेज स्टॉप कॉलेज मैनेजमेंट व ग्रुप डी के पदों पर विज्ञापन मांगे गए हैं। विज्ञापन में आयु संबंधी जानकारी शैक्षणिक योग्यता कुल पदों की संख्या का वर्गवार विवरण भी दिया गया है। इस फर्जी विज्ञापन में एक वेबसाइट WWW.upsssb.org.com का नाम भी दिया गया है। इस वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन मांगा गया है। इस पर उत्तर प्रदेश के कॉलेजों में सभी विषयों की रिक्तियों की अलग-अलग संख्या का विवरण दिया गया है। योग्यता संबंधी मानदंड व अन्य जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर निर्धारित है।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत उत्तर प्रदेश स्कूल स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड नाम की कोई संस्था अथवा विभागीय कार्यालय संचालित नहीं है। इस तरह के फर्जीवाड़े के प्रकाश में आने के बाद अपर निदेशक माध्यमिक डॉ महेंद्र देव ने एक विज्ञप्ति जारी की है। विज्ञप्ति के माध्यम से उन्होंने कहा है कि दैनिक समाचार पत्रों में 11 सितंबर को प्रकाशित उत्तर प्रदेश स्कूल स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड नामक संस्था द्वारा जारी किया गया विज्ञापन पूरी तरह से फर्जी है। इस फर्जी बोर्ड द्वारा किया गया विज्ञापन पूर्णतया मिथ्या और भ्रामक है।

शातिरों ने विज्ञापन की जानकारी भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल की थी। फर्जी तरीके से निकाले गए इस विज्ञापन की जानकारी माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को हुई। तो परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि उत्तर प्रदेश स्कूल स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड नाम का कोई भी संस्था कार्यालय व बोर्ड संचालित नहीं है। उन्होंने कहा कि चयन बोर्ड और शासन की छवि खराब करने के उद्देश्य से अनाधिकृत विज्ञापन जारी किया गया था। इस पर कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज करा दिया गया है। इस तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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