सेना के जसवंत बने चैंपियन, महिला धावकों में भोपाल की रेनू प्रथम

इंदिरा मैराथन को मिले चैंपियन : सेना के जसवंत बने चैंपियन, महिला धावकों में भोपाल की रेनू प्रथम

सेना के जसवंत बने चैंपियन, महिला धावकों में भोपाल की रेनू प्रथम

Tricity Today | रेनू और पुणे के बी. सिरानू

Prayagraj News : 38वीं इंदिरा मैराथन में सेना के धावक का जलवा रहा। जसवंत ने दो घंटा, 21 मिनट और 50 सेकंड का समय लिया। दूसरे स्थान पर आर्मी पुणे के बी. सिरानू रहे। उन्होंने दो घंटा, 21 मिनट और 56 सेकेंड का समय लिया। तीसरे स्थान पर प्रयागराज के अनिल कुमार सिंह रहे। उन्होंने दो घंटा, 22 मिनट और 21 सेकेंड का समय लिया। चौथे स्थान पर प्रदीप सिंह रहे। इन्होंने 2 घंटा, 23 मिनट और 11 सेकेंड का समय लिया।

विजेताओं को इतने मिलेंगे इनाम
इंदिरा मैराथन में महिला धावकों में भोपाल की रेनू प्रथम स्थान पर रहीं। अशोक नगर दिल्ली की रहने वाली 12वीं की छात्रा नूतन दूसरे स्थान पर आईं। वह पहली बार इंदिरा मैराथन में दौड़ीं। मुंबई हाफ मैराथन मैं उनका दूसरा स्थान था। तीसरे स्थान पर प्रयागराज की शिप्रा रहीं। प्रथम पुरस्कार के रूप में 2,00,000 रुपए द्वितीय पुरस्कार के रूप में 1,00,000 रुपए और तृतीय पुरस्कार के रूप में 75 हजार रुपये दिए जाएंगे। 10 अन्य विजेताओं को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 10-10 हजार रुपये मिलेंगे।

साल 1986 में शुरू हुआ था आयोजन
साल 1985 में शुरू हुई इंदिरा मैराथन का यह 38वां संस्करण है। ‌वर्ष 2020 में कोरोना के कारण इंदिरा मैराथन का आयोजन नहीं हो पाया था। इंदिरा मैराथन में 19 नवंबर 1986 को बिहार के स्वरूप सिंह ने दो घंटा 13 मिनट 57 सेकेंड का रिकार्ड बनाया था, जो आज तक कायम है। जबकि 19 नवंबर 1996 को दक्षिण रेलवे मुंबई की सत्यभामा ने 2 घंटा 44 मिनट 40 सेकेंड में इंदिरा मैराथन को पूरा कर रिकार्ड बनाया था और यह रिकार्ड भी आज तक नहीं टूटा है। इस बार यह दोनों रिकार्ड भी धावकों के निशाने पर होंगे। ‌

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.