यूपी के प्रयागराज में 03 वर्ष की खुशी मिश्रा को निर्दयी अस्पताल ने बिना टांका लगाये फटे पेट के साथ उसे निकाल देने वाले मामले में जिलाधिकारी ने संज्ञान में ले लिया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस मामले को स्वत: संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
आयोग के रजिस्ट्रार ने प्रयागराज के जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि अस्पताल पर जो आरोप लगे हैं, उसकी विस्तृत जांच कराकर सम्यक धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाये। आयोग ने कहा कि बच्ची के पेट का ऑपरेशन के बाद बिना टांका लगाये अस्पताल से बाहर करना गंभीर मामला है।
पिपरी थाना कौशांबी में एफआईआर दर्ज
तीन वर्ष की खुशी मिश्रा के मामले में आरोपित यूनाइटेड मेडिसिटी हॉस्पिटल रावतपुर प्रयागराज में ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर अंकित गुप्ता के खिलाफ पिपरी थाना कौशांबी में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला
जनपद प्रयागराज में 03 वर्ष की बच्ची खुशी मिश्रा को पेट दर्द की शिकायत होने पर करेली करेहदा निवासी मुकेश मिश्रा ने अपनी मासूम बेटी को पिपरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत यूनाइटेड मेडिसिटी हॉस्पिटल रावतपुर में भर्ती कराया। वहां पर डॉक्टरों ने बच्ची के पेट का ऑपरेशन किया। परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल द्वारा मांगी गई अधिक धनराशि नहीं दे पाने के कारण बच्ची को बिना टांका लगाये ही फटे पेट अस्पताल से बाहर कर दिया गया। इस वजह से बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। बालिका की मृत्यु के बाद परिजनों ने हंगामा किया, बालिका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।