बोर्ड परीक्षाओं की तिथियां घोषित होने के बाद बच्चे मेहनत के साथ तैयारियों में लग गए हैं। ज्योतिषाचार्य का मानना है कि परीक्षाएं बच्चों के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। ऐसी स्थिति में अभिभावकों को चाहिए कि परीक्षाओं की तैयारी के साथ बच्चों के कमजोर ग्रहों को भी मजबूत किए जाने की जरूरत है। ऐसी स्थिति में छोटे-छोटे उपायों के साथ बच्चों के पढ़ाई से संबंधित लक्षण देखकर उनके विभिन्न ग्रहों को भी मजबूत कर बेहतर प्रतिफल हासिल कर सकते हैं।
ज्योतिषाचार्य एवं कर्मकांड विशेषज्ञ पंडित उत्तम तिवारी और पारस कृष्ण शास्त्री ने जानकारी दी कि ग्रहों की वजह से आत्मविश्वास में कमी, भ्रम की स्थिति, कार्य का सफल ना होना मेहनत के बावजूद उचित फल ना मिलना सहित अन्य लक्षण सामने आते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों को बेहतर किए जाने से इन समस्याओं के साथ ही अन्य समस्याएं भी दूर हो जाती हैं। अथर्ववेद और भृगु संहिता के अनुसार ग्रहों के छोटे-छोटे उपाय किए जाने से परीक्षा संबंधी तमाम तरह की परेशानियों का समाधान आसानी से किया जा सकता है। इसके अलावा बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए परीक्षा की तैयारी करते हुए 5 या 7 मिनट में इन उपायों को आसानी से दोहराया भी जा सकता है।
याद ना रहने की समस्या :
परीक्षा की तैयारी के दौरान बच्चों में सबसे ज्यादा समस्या पाठ्यक्रम को याद ना रख पाने की होती है। ज्योतिष शास्त्र में इस समस्या के लिए मंगल और शनि के साथ बुध का उपाय किया जाना लाभकारी साबित होता है।
उपाय :
उपाय के रूप में तीनों ही ग्रह को बेहतर किए जाने के लिए पीपल के वृक्ष में मीठा जल डालने के साथ ही 41 दिन तक सरसों के तेल का दिया जलाने से यह समस्या का समाधान अपने आप होगा।
समय प्रबंधन ना कर पाना :
परीक्षा की तैयारी का परीक्षा के समय समय प्रबंधन ना कर पाने की वजह से बहुत से बच्चे प्रश्न पत्र में सभी सवाल आने के बावजूद उसे पूरा हल नहीं कर पाते हैं। इसके लिए शनि और गुरु के उपाय अभिभावकों या बच्चों को करने चाहिए। समय प्रबंधन के अभाव में बेहतर परीक्षा की तैयारी होने के बावजूद प्रतिफल के रूप में आशा के अनुसार अंक हासिल नहीं हो पाते हैं।
उपाय :
उपाय के रूप में यदि बच्चा या अभिभावक सुबह उठकर 27 दिन तक सूर्य देव की आराधना करें या उन्हें जल दान करें तो समय प्रबंधन की समस्या का समाधान हो सकेगा। इसके अलावा काली वस्तु का दान दिए जाने से भी समय प्रबंधन न कर पाने की समस्या से काफी हद तक निजात मिलेगी।
आत्मविश्वास में कमी :
परीक्षा की तैयारी और परीक्षा देते समय बहुत से छात्र छात्राओं में आत्मविश्वास की कमी देखने को मिलती है। इस कमी को सूर्य और शनि ग्रह के उपाय किए जाने से काफी हद तक सफलता हासिल हो सकेगी। आत्म विश्वास की कमी के चलते प्रयोगात्मक परीक्षाएं और वाइवा संबंधी प्रश्न पत्रों में बच्चे को सफलता मिलने में परेशानी होती है।
उपाय :
उपाय के रूप में बच्चा या उनके अभिभावक सुबह पढ़ाई करने से पहले दो बार आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। शुरुआत में यह पाठ करने में बच्चे को समस्या सामने आएगी लेकिन जैसे-जैसे पाठ वह आगे बढ़ाएगा उसके आत्मविश्वास में कमी संबंधी समस्या दूर होगी। शनि ग्रह का उपाय के रूप में बच्चे को शनिवार के दिन आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को गर्म कपड़े का दान करना चाहिए।
खराब राइटिंग की समस्या :
खराब राइटिंग की वजह से बहुत ऐसे बच्चे हैं जो बेहतर तैयारी के बावजूद राइटिंग की वजह से पिछड़ जाते हैं। शुक्र ग्रह की समस्या के चलते इस तरह की समस्या बच्चों के सामने आती है। इस समस्या की वजह से बेहतर तैयारी के बावजूद छात्र-छात्राएं अपने दोस्तों के मुकाबले अंकों में पिछड़ जाते हैं।
उपाय :
शुक्र ग्रह को बेहतर किए जाने के लिए सोमवार के दिन शिवजी का पूजन करें। पूजन में शिवजी पर दूध और जल अर्पित करें। इसके अलावा रात में सोने से पहले गुनगुना पानी या दूध पीकर सोने से शुक्र ग्रह मजबूत होगा।