- सूर्य मंगल और बुध की युति के चलते बना विशेष संयोग गुड़ के साथ किया गया उपाय भी होगा फलीभूत
- बच्चों के पद पिता प्रतिष्ठा संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए विशेष दिन
बच्चों का यदि पढ़ाई में मन नहीं लगता है तो 28 दिसंबर को ग्रहों की ऐसी युति बन रही है, जिसमें किए जाने वाले उपाय बच्चों के पद, पिता और प्रतिष्ठा संबंधी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। सूर्य मंगल और बुध की युति के चलते गुड़ से किया जाने वाला उपाय भी विशेष फलदाई होगा। ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि ग्रहों की फलदाई योग का बच्चों के भविष्य को लेकर लाभ उठाना चाहिए।
ज्योतिषाचार्य व कर्मकांड विशेषज्ञ पंडित उत्तम तिवारी ने जानकारी दी कि बच्चों का सूर्य ग्रह कमजोर होने के चलते इस तरह की समस्या सामने आती है। सिंह का सूर्य स्वग्रही उच्च का होता है। इसी तरह कुंभ और मकर का सूर्य नीच भाव में विशेष फलदाई होता है। ऐसे में इस तरह के ग्रहों का लाभ उठाने के लिए 11 से 21 दिन तक विशेष उपाय करने से इस तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। 28 दिसंबर को सूर्य की युति का लाभ उठाने के लिए छोटे-छोटे घरेलू उपाय करने से भी बच्चों के बर्ताव में परिवर्तन आने के साथ ही पढ़ाई के प्रति एकाग्रता बढ़ेगी।
चोकर वाला आटा : 28 दिसंबर से चोकर वाले आटे की दो रोटी बनाकर उसे गुड़ के साथ बच्चे के हाथों से गाय को खिलाने पर विशेष लाभ हासिल होगा। 28 दिसंबर से शुरू किया जाने वाले के उपाय मकर संक्रांति तक करना है।
सूर्य को जल दान : मकर संक्रांति तक हर रविवार को बच्चों के हाथ से सूर्य को जल दान कराए जाने से भी बच्चों की एकाग्रता में बढ़ोतरी होगी। सूर्य को जल दान दिए जाने के बाद गुड़ का प्रसाद ग्रहण करने से मंगल ग्रह और सूर्य ग्रह की विशेष अनुकंपा बच्चों पर आएगी।
गुड़ की रोटी या पुए : यदि संभव हो तो गुड़ की रोटी के पोहे बनाकर उसे किसी पार किया छत में आने वाले पक्षियों को खिलाने से बच्चे का सूर्य और मंगल दोनों ही प्रबल होगा। यह उपाय 28 दिसंबर से शुरू करते हुए मकर संक्रांति तक करना होगा।
गुड़ का करें सेवन : 28 दिसंबर से मकर संक्रांति तक यदि बच्चे को दोपहर के भोजन के साथ गुड़ का सेवन कराया जाए तो इससे भी सूर्य और मंगल ग्रह को बेहतर किए जाने में सहायता मिलेगी। बच्चों को पढ़ाई में मन लगने के साथ ही उनके भविष्य में पद पिता और प्रतिष्ठा संबंधी लाभ हासिल होगा।
गुड़ का करे दान : आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को वस्त्र के साथ यदि गुड़ का दान किया जाता है तो बच्चे के भविष्य संबंधी समस्याओं का समाधान संभव हो सकेगा। यह दान रविवार दोपहर को किया जाना विशेष लाभदायक है। अंतिम दान मकर संक्रांति वाले दिन कर सकते हैं।