इन फूलों को घर में लगाने से बदल जाता है भाग्य, जानिए कैसे प्रभावित होते हैं ग्रह

पौराणिक मान्यता: इन फूलों को घर में लगाने से बदल जाता है भाग्य, जानिए कैसे प्रभावित होते हैं ग्रह

इन फूलों को घर में लगाने से बदल जाता है भाग्य, जानिए कैसे प्रभावित होते हैं ग्रह

Google Image | प्रतीकात्मक तस्वीर

- पुराणों में दिया गया है फूलों का महत्व, ग्रहों को मजबूत करने के लिए उपाय में करना चाहिए शामिल

- गुरु मंगल और शनि ग्रह को भी प्रभावित कर सकते हैं घर में लगे हुए फूल, पूजन मे भी रखे ख्याल

घरों में फूलों के पौधे लगाए जाना और पूजन में हम सभी फूलों का इस्तेमाल करते हैं। ज्योतिषाचार्य का मानना है कि प्रकृति की ओर से दिए जाने वाले फूल का अपना एक खास महत्व है। फूलों से पूजन करते हुए या फिर घर में लगे फूलों के पेड़ों की सेवा करते हुए ग्रहों की शक्ति को भी बढ़ाया जा सकता है। विभिन्न पुराणों में भी फूलों के ज्योतिषी उपाय से संबंधित गुणों को बताया गया है।

ज्योतिषाचार्य एवं कर्मकांड विशेषज्ञ पारस कृष्ण शास्त्री ने जानकारी दी कि अथर्ववेद, विष्णु पुराण और गरुड़ पुराण में फूलों के महत्व को विस्तार से समझाया गया है। मंत्र के साथ चढ़ाए जाने वाले फूल व्यक्ति को विशेष फल देते हैं। ऐसी स्थिति में ग्रहों से संबंधित फूल की पहचान करते हुए उसे पूजन में शामिल करने से कुंडली में कमजोर ग्रह भी मजबूत बनाए जा सकते हैं। इसी तरह घरों में लगे फूलों के पौधों की सेवा करने से भी कमजोर करो को प्रभावित किया जा सकता है।

गेंदे का फूल : गेंदे का फूल अत्याधिक पूजन में इस्तेमाल किया जाता है। वेदों के अनुसार गेंदे के फूल से गुरु ग्रह को शक्तिशाली बनाए जाने के लिए उपयोग करना लाभप्रद है। यदि घर की बगिया में बेला के फूल को उगाकर उसकी 3 महीने तक सेवा की जाए तो इससे गुरु ग्रह की सेवा मानी जाती है। घर में लगे गेंदे के फूल को कभी भी किसी को उपहार स्वरूप देना नहीं चाहिए।

गुलाब का फूल : गुलाब के फूल को पूजन में इस्तेमाल करने से मंगल संबंधी दोष दूर होते हैं। गुलाब का फूल यदि घर पर लगाया गया है तो इससे कुंडली में व्याप्त राहु संबंधी दोष को भी दूर किया जा सकता है। घर में यदि गुलाब का फूल लगाया जा रहा है तो उसमें कांटे होने की वजह से उसे घर के मुख्य द्वार के बाहर यानी ग्रीन बेल्ट पर उगाना चाहिए।

सफेद रंग के फूल : पूजन में यदि सफेद रंग के फूलों का इस्तेमाल किया जा रहा है तो इससे पित्र संबंधी दोष कुंडली में दूर होते हैं। यह याद रखना चाहिए की पूजन के दौरान देवी को अर्पित करने के लिए कभी भी सफेद रंग के फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पित्र पक्ष के पूजन में हमेशा सफेद रंग के फूलों का इस्तेमाल होना चाहिए।


नीले रंग के फूल : नीले रंग के फूलों का इस्तेमाल करने से शनि संबंधी दोष कुंडली से दूर होते हैं। नीले रंग के फूलों को कभी भी घर के भीतर नहीं उगाना चाहिए। नीले रंग के ऐसे फूल जिनके पौधों में छोटी पत्तियां हो ऐसे फूलों को मुख्य द्वार के बगल में उगाने से घर में वास्तु संबंधी दोष में कमी आती है।

घर में ना रखें यह पौधे : घरों में कई बार सजावट के लिए हम लोग ऐसे पौधों का इस्तेमाल कर लेते हैं जो वास्तु के अनुसार हानिकारक है। वास्तु शास्त्री मानते हैं कि इन पौधों में ऐसे गुण होते हैं जो घर में नकारात्मक प्रभाव छोड़ते हैं। इन पौधों में ऐसे पौधे जिनको तोड़ने पर सफेद पदार्थ निकलता है ऐसे पौधों को घर में लगाना शास्त्रों के अनुसार पूरी तरह से वर्जित माना गया है। इसी तरह कांटेदार पौधों को भी लगाए जाने से घर के वास्तु में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अक्सर घरों की दीवारों में पीपल या बरगद जैसे पौधे अपने आप उग जाते हैं। ऐसे पौधे भी घर में अपना नकारात्मक प्रभाव छोड़ते हैं। इन पौधों को पूजन के बाद तत्काल हटाए जाने की जरूरत है।

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