- घर या ऑफिस में लौह और अग्नि तत्व की अधिकता से हो जाता है वास्तु दोष
- ईशान कोण के पास छोटा सा उपाय करने की वजह से बड़े नुकसान से बचा जा सकता है
सर्दियों में गलत दिशा में हीटर या एयरकंडीशनर लगाने से शनि ग्रह की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। शनि ग्रह के नाराज हो जाने से व्यापार और नौकरी में भारी नुकसान की संभावना बढ़ जाती है। वास्तु शास्त्री इसकी सबसे बड़ी वजह घर या ऑफिस में हीटर या एसी की वजह से बढ़ने वाले अग्नि और लौह तत्व को मानते हैं। लेकिन छोटी सी जागरूकता इस समस्या का समाधान कर सकती है।
वास्तु शास्त्री और कर्मकांड विशेषज्ञ पंडित पुरुषोत्तम तिवारी ने जानकारी दी कि हीटर और एसी से निकलने वाली गर्म हवाएं घर और ऑफिस में मौजूद सकारात्मक ऊर्जा को भी कम करते हैं। सर्दियों में घरों और ऑफिस में ठंड से बचने के लिए यह दोनों ही उपकरण जरूरी हैं, लेकिन यदि यह गलत दिशाओं में लगे हुए हैं तो यह अपना प्रभाव घर या ऑफिस में रहने वाले लोगों की कुंडली को प्रभावित करने के लिए भी डालते हैं। ऐसी स्थिति में यह जरूरी है कि घर का वास्तु सुरक्षित और सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ हो। इसके लिए खास तौर पर हीटर को लगाने के स्थान को चुनने से पहले वास्तु का ख्याल जरूर रखना चाहिए। इसके अलावा घर या ऑफिस में लगे एसी और हीटर से निकलने वाली गर्म हवा से वास्तु ना बिगड़े इसके लिए भी उपाय करने की बेहद जरूरत है।
यह होता है नुकसान
- वास्तु के अनुसार घर में अग्नि का स्थान निश्चित किया गया है। ऐसी स्थिति में स्थान में परिवर्तन किए जाने से शनि ग्रह बुरी तरह से प्रभावित होता है।
- शनि ग्रह के प्रभावित होने की वजह से कार्यक्षेत्र या व्यापार में संपर्क में आने वाले लोगों पर प्रभाव नहीं पड़ पाता। जिसकी वजह से सफलता पर भी असर पड़ता है।
- जब तक घर में या ऑफिस में गर्म हवा फेंकने के उपकरण लगे हुए हैं, तब तक कर्ज लेने की स्थिति बनती रहती है।
- परिवार के सदस्यों के बार-बार बीमार होने की वजह से सुरक्षित किया गया धन भी 3 से 4 महीने में अनावश्यक रूप से खर्च होने लगता है।
- शनि के प्रभावित होने की वजह से परिवार में तनाव जैसी स्थिति खड़ी हो जाती है, जिससे घर में अशांति रहने लगती है।
किस दिशा में लगाएं उपकरण
वास्तु शास्त्र में गर्म हवा फेंकने वाले उपकरण या फिर लौह या अग्नि से संबंधित उपकरणों को रखे जाने का एक निश्चित स्थान माना गया है। वास्तु के अनुसार अग्नि कोण की दिशा हमेशा दक्षिण पूर्व होनी चाहिए। अग्नि के संतुलन बनाए रखने के लिए यह दिशा सर्वोत्तम मानी गई है। यदि किसी वजह से दक्षिण पूर्व दिशा में अग्नि संबंधित उपकरण नहीं रख पा रहे हैं तो ईशान कोण में इसके लिए उपाय किए जाने की बेहद जरूरत है।
एक गिलास पानी से करें उपाय
यदि अग्नि दिशा में किसी तरह का गर्म हवा फेंकने वाला उपकरण नहीं लग पा रहा है तो इसके लिए ईशान कोण को शीतल किए जाने का उपाय करना चाहिए। इस उपाय के किए जाने से कमरे में अग्नि और जल का संतुलन सामान्य हो जाता है। ऐसी स्थिति में वास्तुदोष लगने की संभावना बेहद कम हो जाती है। यदि ईशान कोण में उपाय किए जाने की आवश्यकता है तो घर के या फिर कमरे के ईशान कोण में एक लोटे में पानी भरकर रखना चाहिए। यह लोटा पीली धातु का होना चाहिए। लोटे में पानी रखने के साथ ही उस में जमा पानी को रोजाना बदले जाने की भी जरूरत होती है।