अपर्णा यादव लखनऊ की इस विधानसभा सीट से लड़ सकती हैं चुनाव, चर्चाएं हुई तेज

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : अपर्णा यादव लखनऊ की इस विधानसभा सीट से लड़ सकती हैं चुनाव, चर्चाएं हुई तेज

अपर्णा यादव लखनऊ की इस विधानसभा सीट से लड़ सकती हैं चुनाव, चर्चाएं हुई तेज

Tricity Today | अपर्णा यादव

Lucknow News : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने यूपी सबसे बड़े राजनीतिक घराने यादव परिवार में बड़ी सेंधमारी की है। बुधवार को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हुई। इनके शामिल होने के बाद से ही लखनऊ की सदर सीट की चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि अपर्णा कैंट सीट से चुनाव लड़ेंगी। बता दें कि 2017 में इन्होंने सपा के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ी थी। हालांकि, तब इनको हार का सामना करना पड़ा था।

यहां से लड़ सकती हैं चुनाव
वहीं, उनको लखनऊ या आसपास के जिले की किसी सीट से चुनाव लड़ाने की संभावना के दृष्टिगत इस सीट को मुफीद माना जा रहा है। ऐसे में भाजपा नेता भले ही इस संबंध में जानकारी से इन्कार कर रहे हों, लेकिन बीते वर्षों में अपर्णा की जिले में सक्रियता ने इन चर्चाओं को बल दिया है। अपर्णा यादव की सदर क्षेत्र में सक्रियता को उनके राजनीतिक करियर से जोड़कर देखा जा रहा है। राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो अपर्णा की इस क्षेत्र में सक्रियता भी रही है।

ये बयान उनका बना था चर्चा का विषय
लखनऊ या आसपास की सीट के उनके चुनावी मैदान में उतरने की संभावना के दृष्टिगत यह सीट राजनीतिक और जातीय समीकरण से भी अनुकूल रहेंगी। एक नवंबर 2018 को वह देवा शरीफ आईं थीं। तब उनका बयान 'मैं राम के साथ हूं, चाहती हूं अयोध्या में बने राम मंदिर' चर्चा बना था। इसके अलावा जिले के सैनिक पब्लिक स्कूल और मुंशी रघुनंदन सरदार पटेल महिला महाविद्यालय व अन्य स्थानों पर भी आती रही हैं। इसे स्थानीय लोगों से उनका जुड़ाव होने से जोड़कर देखा जा रहा है।

डिंपल की तरह पार्टी में अधिकार चाहती थी अपर्णा
कहा जाता है कि अपर्णा यादव की राजनीतिक महत्वाकांक्षा हमेशा से रही है। वह परिवार की दूसरी बहू डिंपल यादव की तरह पार्टी में अधिकार चाहती थीं। अपर्णा की इसी जिद की वजह से मुलायम सिंह यादव ने 2017 में अपर्णा को पार्टी का टिकट दिलवाया था, लेकिन अपर्णा चुनाव हार गईं। जानकारी के मुताबिक, 2014 के बाद से ही अपर्णा यादव प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करने लगी थीं। वहीं 2017 में योगी सरकार बनने के बाद भी अपर्णा ने कई बार सीएम योगी से मुलाकात की।

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