फर्जी वेबसाइट के जरिए महाकुंभ तीर्थ यात्रियों को ठगने का प्रयास, जानिए पूरा मामला...

Maha Kumbh 2025 : फर्जी वेबसाइट के जरिए महाकुंभ तीर्थ यात्रियों को ठगने का प्रयास, जानिए पूरा मामला...

फर्जी वेबसाइट के जरिए महाकुंभ तीर्थ यात्रियों को ठगने का प्रयास, जानिए पूरा मामला...

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

Prayagraj News : संगमनगरी में महाकुंभ मेला शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं और पुलिस-प्रशासन सुरक्षा को लेकर तैयार हैं। इस बीच महाकुंभ मेले में होटल, टेंट और कॉटेज की बुकिंग के नाम पर ठगी के मामले बढ़ गए हैं। ऑनलाइन माध्यम से लगातार फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। हाल ही में एक और ठगी की घटना सामने आई। जिसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (यूपीएसटीडीसी) ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। यह ठगी मेलार्थियों को धोखा देने का प्रयास है और प्रशासन इस पर कार्रवाई करने के लिए सजग है।

सोशल मीडिया पर फर्जी वेबसाइट से ठगी का प्रयास
मुख्य व्यवस्था अधिकारी डीपी सिंह के अनुसार, महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। संगमनगरी में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ठहरने आदि सुविधाओं को लेकर विभाग की ओर आधिकारिक रूप से बुकिंग के लिए कई वेबसाइट को अधिकृत किया गया है। हालांकि, सोशल मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है कि www.yatradham.org नामक वेबसाइट बनाकर फर्जीवाड़ा कर महाकुंभ में आने वाले तीर्थ यात्रियों को सुविधाओं और होटल, काटेज, स्नान आदि की बुकिंग के नाम पर ठगने का प्रयास किया जा रहा है। इस वेबसाइट में दर्ज संपर्क नंबर के खिलाफ ठगी करने की कई शिकायतें मिली हैं। उक्त फर्जी वेबसाइट की जांच कर त्वरित कार्रवाई करना जरूरी है। ताकि यूपीएसटीडीसी विभाग के नाम पर बनाई गई फर्जी वेबसाइट से लोगों को ठगी से बचाया जा सके।

साइबर पुलिस की टीम ठगों की पहचान करने में जुटी
फर्जी वेबसाइट का खुलासा होने पर साइबर पुलिस की एक टीम ठगों की पहचान करने में जुट गई है। पुलिस ने संबंधित डोमेन को मेल कर पूछा है कि उक्त वेबसाइट किसके नाम पर रजिस्टर्ड है। साथ ही इसे कहां से ऑपरेट किया जा रहा है। मेल का जवाब मिलते ही साइबर पुलिस आरोपी ठगों को गिरफ्तार कर सकती है। करीब डेढ़ महीने पहले यानी 18 नवंबर को साइबर थाने ने फर्जी वेबसाइट को लेकर केस दर्ज किया था। इसके बाद 26 दिसंबर को चार और अब एक और केस दर्ज किया गया है। अब तक कुल 6 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।

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