अतुल प्रधान ने 100 सवालों को दिया एक जवाब, कहा- जैसे आप पत्रकारिता नहीं छोड़ सकते, वैसे मैं समाजवादी पार्टी नहीं छोड़ सकता

BIG BREAKING : अतुल प्रधान ने 100 सवालों को दिया एक जवाब, कहा- जैसे आप पत्रकारिता नहीं छोड़ सकते, वैसे मैं समाजवादी पार्टी नहीं छोड़ सकता

अतुल प्रधान ने 100 सवालों को दिया एक जवाब, कहा- जैसे आप पत्रकारिता नहीं छोड़ सकते, वैसे मैं समाजवादी पार्टी नहीं छोड़ सकता

Google Photo | अतुल प्रधान और अखिलेश यादव

Meerut News : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मेरठ से अतुल प्रधान का टिकट काट दिया। जिसके बाद चर्चा चलने लगी कि किसी भी वक्त अतुल प्रधान समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। तमाम सवाल सोशल मीडिया के माध्यम से चलने लगे। इसको लेकर अतुल प्रधान ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि वह समाजवादी पार्टी कभी नहीं छोड़ सकते। अतुल प्रधान ने कहा, "जिस तरीके से कोई भी पत्रकार अपनी पत्रकारिता नहीं छोड़ेगा, इस तरीके से मैं अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को नहीं छोडूंगा।"

अतुल प्रधान का टिकट काटकर इस महिला को दिया
आपको बता दें कि अखिलेश यादव ने एक बार फिर मेरठ में बड़ा बदलाव किया है। अब अखिलेश यादव ने विधायक अतुल प्रधान का टिकट काट दिया और उनके स्थान पर एक महिला को मेरठ लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। आपको बता दें कि यह दूसरी बार हुआ है, जब अखिलेश यादव ने मेरठ सीट से टिकट कटा है। अब अखिलेश यादव ने पूर्व महापौर सुनीता वर्मा को प्रत्याशी बनाया है।

कौन है अतुल प्रधान
अतुल प्रधान को फायर ब्रांड नेता भी कहा जाता है। वह इस समय मेरठ की सरधना सीट से विधायक हैं। इससे पहले संगीत सोम इस सीट से विधायक हुआ करते थे। अतुल प्रधान की गिनती समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेताओं में की जाती है। उन्होंने छात्र जीवन से राजनीति शुरू की थी। मेरठ में स्थित चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में वह छात्र नेता थे और अध्यक्ष भी चुने गए थे। वहीं से उन्होंने राजनीतिक जीवन शुरू किया और आगे बढ़ते रहे। अतुल प्रधान को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है। इसके अलावा उनकी गिनती वेस्ट यूपी के दिग्गज गुर्जर नेताओं में की जाती है।

कौन है सुनीता वर्मा
सुनीता वर्मा मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से पूर्व विधायक योगेश वर्मा की पत्नी हैं। सुनीता वर्मा इससे पहले वर्ष 2017 में बहुजन समाज पार्टी से मेरठ की मेयर रह चुकी हैं। वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार थी, उसके बावजूद उन्होंने जीत हासिल की थी। आपको बता दें कि अतुल प्रधान से पहले अखिलेश यादव ने भानु प्रताप को टिकट दिया था, लेकिन नामांकन के अंतिम दिन अखिलेश यादव ने सुनीता वर्मा को टिकट देकर फाइनल कर दिया है।

अखिलेश यादव के करीबी अतुल प्रधान
वर्ष 2012 में सपा के टिकट पर सरधना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि, भाजपा के संगीत सोम ने उनको हरा दिया था, लेकिन अतुल प्रधान क्षेत्र में सपा नेता के रूप में शुमार हो गए। माना जाता है कि अखिलेश यादव के चहेतो में अतुल प्रधान का नाम टॉप में है।

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