Meerut : उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। मेरठ जनपद के शालीमार गार्डन में रहने वाले एक भाजपा नेता की पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। आरोपियों ने घर में घुसकर भाजपा नेता की पत्नी की हत्या की है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी।
घर में अकेली थी भाजपा नेता की पत्नी
मिली जानकारी के मुताबिक लिसाड़ी गेट के इलाके में शालीमार गार्डन कॉलोनी गली नंबर-5 में भाजपा नेता जमालुद्दीन अपने परिवार के साथ रहते हैं। जमालुद्दीन कपड़े के कारोबारी है। उनकी जाटव गेट पर कपड़ों की दुकान है। बताया जा रहा है कि जमालुद्दीन रोजाना की तरह सुबह अपनी दुकान पर गए थे। शाम के समय 4:00 बजे से 5:00 बजे तक ट्यूशन पढ़ने के लिए गए थे।
बच्चों ने मां की लाश को पड़ा हुआ देखा
जमालुद्दीन की पत्नी फरजाना इस समय अपने घर में अकेली थी। उसी दौरान अज्ञात लोगों ने उनके घर में घुसकर फरजाना का गलादबा कर हत्या कर दी। शाम को करीब 5:00 बजे फरजाना का बेटा अब्दुल समद, बेटी अदीबा और हीरा ट्यूशन पढ़कर घर लौटे तो फरजाना की लाश कमरे में पड़ी हुई मिली। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया, बच्चों ने मामले की जानकारी आस-पड़ोस को दी।
सारा सामान फैला हुआ मिला
सूचना मिलने के बाद पुलिस और आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे। मामले की जानकारी फरजाना के पति जमालुद्दीन को दी गई। जब मौके पर जाकर देखा तो घर का सारा सामान इधर-उधर पड़ा हुआ मिला। पुलिस ने फरजाना के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और इस मामले में फॉरेंसिक जांच भी की जा रही है।
जांच के लिए कई टीमें गठित
शुरुआती जांच में पुलिस का कहना है कि लूट का विरोध करने पर फरजाना की हत्या हो सकती है। हालांकि, पुलिस इस मामले में सभी तरीके से जांच पड़ताल कर रहे हैं। इस मामले में फॉरेंसिक जांच भी की जा रही है। फॉरेंसिक टीम ने घर के कुछ सामान को कब्जे में लेकर जांच के लिए भेजा है। इस मामले में कई टीमें गठित की गई हैं।
पुलिस को करीबियों पर शक
मेरठ पुलिस ने इस मामले में करीबियों भी ऊपर भी शक जाहिर किया है। क्योंकि किसी जानने वाले को ही पता होगा कि शाम 4:00 बजे से लेकर 5:00 बजे तक रोजाना बच्चे ट्यूशन में होते हैं और फरजाना का पति भी अपनी दुकान पर होता है। इस समय ही वारदात आसानी से हो सकती है। वहीं, इस मामले में आस-पड़ोस के लोगों का कहना है कि उन्होंने इस समय के दौरान किसी को घर में घुसते और बाहर निकलते हुए नहीं देखा था।