सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया विष्णु महायज्ञ का समापन, कहा– राम ही धर्म है

अयोध्या :  सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया विष्णु महायज्ञ का समापन, कहा– राम ही धर्म है

सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया विष्णु महायज्ञ का समापन, कहा– राम ही धर्म है

Tricity Today | CM Yogi Adityanath

Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityana) अयोध्या में महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ और महर्षि रामायण सेवा न्यास द्वारा आयोजित विष्णु सर्व श्री अद्भुत शांति महायज्ञ के समापन कार्यक्रम में पहुंचे और यज्ञ कुंड में आहुति डाली। महर्षि महेश योगी के जीवन पर आधारित एक लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। समापन अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित भी किया।

सीएम योगी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्री विष्णु सर्व अद्भुत शांति महायज्ञ का उद्देश्य आम जनमानस में शांति, समृद्धि और विकास लाना है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान विष्णु के नाम पर यज्ञ का आयोजन करना और इसको भगवान श्रीराम को समर्पित करना अपने आप में गौरव का विषय है। यह यज्ञ पूर्ण रूप से वेद-विज्ञान पर आधारित है।

रामोविग्रह वान धर्मः
मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि और सूर्यवंशी राजाओं की राजधानी रही है। भगवान सूर्य पोषक एवं भरण-पोषण के देवता हैं। भगवान श्रीराम, भगवान विष्णु के ही अवतार थे। अयोध्या धर्म के पथ का अनुगामी है, महर्षि वाल्मीकि जी ने अयोध्या के सम्बन्ध में कहा था कि ‘रामोविग्रह वान धर्मः’ अर्थात श्रीराम धर्म के साक्षात स्वरूप हैं, राम ही धर्म है। धर्म के जो साक्ष्य किसी जगह मिलते हैं, तो वह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम में ही मिलते हैं। इसलिए भगवान श्रीराम और धर्म एक-दूसरे के पूरक है। यही श्रीराम और सनातन धर्म की विशेषता है। प्रभु श्रीराम जी का जीवन चरित्र हमें सामाजिकता के साथ-साथ अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष देने वाला है।

2017 में आयोजित ‘दीपोत्सव
सीएम ने कहा कि वर्ष 2017 में आयोजित ‘दीपोत्सव’ में अलग-अलग देशों से आए कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन हुआ था। इन कलाकारों में थाईलैण्ड, लाओस, कम्बोडिया, इण्डोनेशिया के कलाकार सम्मिलित थे। इण्डोनेशिया के कलाकारों ने बताया था कि उनका भगवान श्रीराम के साथ आत्मीय सम्बन्ध है। जब उन्हें अयोध्या का आमंत्रण मिला था, तो उस समय उन लोगों के लिए अयोध्या जाना एक गौरव की बात थी। इण्डोनेशिया के कलाकारों ने यह भी कहा था कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के रामलीला का मंचन करना मंचन मात्र नाट्य मंचन नहीं है, बल्कि भगवान श्रीराम हमारे आस्था के प्रतीक व पूर्वज हैं। श्रीराम के प्रति हमारे मन श्रद्धा व आस्था का भाव है।

दुनिया अयोध्या के साथ आत्मीय संवाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत का प्रत्येक व्यक्ति अयोध्या से जुड़ने पर गौरव महसूस करता है। विश्व मानवता भी अयोध्या के साथ जुड़ने पर गौरव की अनुभूति कर रही है। थाईलैण्ड के राजा स्वयं को भगवान श्रीराम का वंशज मानते हैं। लाओस की परम्परा भी अपने आपको भारत से जोड़ती है। कम्बोडिया की पूरी परम्परा भारतीयता से प्रभावित है। वर्ष 2021 के ‘दीपोत्सव’ में श्रीलंका की रामलीला टीम भी आयी थी। साथ ही, श्रीलंका के राजदूत अशोक वाटिका की शिला को श्रीराम मन्दिर के निर्माण में दान करने के लिए लाए थे। पूरी दुनिया अयोध्या के साथ आत्मीय संवाद बना रही है।

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