उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग यूपीपीएससी से चयनित 130 आबकारी निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। उन्हें बधाई देते हुए सीएम योगी ने कहा कि लोकसेवा आयोग ने ईमानदारी और पारदर्शिता से चयन किया है। आप सभी की कार्य पद्धति आचरण और व्यवहार अच्छा रहे यही अपेक्षा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मिशन रोजगार, युवाओं के साथ आपकी सरकार, प्रधानमंत्री जी का विजन हो रहा साकार।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की सर्वाधिक संख्या उत्तर प्रदेश में है। प्रदेश के नौजवानों को रोजगार मिले इसके लिए सरकार अधिक से अधिक नए पदों का सृजन करने का काम कर रही है। जिससे युवाओं की ऊर्जा का लाभ देश और प्रदेश को मिले। इस वर्ष के अंत तक पचास हजार और युवाओं को सरकारी नौकरियां मिलेगी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में शुचिता और ईमानदारी का अभाव था। पहले जातिवाद, भाई भतीजावाद और श्रेत्रवाद प्रभावी रहता था। इन सभी बाधाओं को दूर करते हुए यूपी के सभी भर्ती आयोगों को संदेश दिया गया है। कि हर तरह की भर्तियों में पारदर्शिता होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार पिछले साढ़े चार वर्षों में चार लाख से अधिक युवाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ सरकारी नौकरियां दी है। 2012 से 2017 तक जितनी भर्तियां हुई, उससे अधिक भर्तियां 2017 के बाद से अब तक हो चुकी है। सरकार की भर्ती प्रक्रिया पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। प्रदेश में अच्छी कानून व्यवस्था के चलते ही निवेश आया है। इससे एक करोड़ 61 लाख नौकरी और रोजगार से युवाओं को जोड़ने में सफलता मिली है। प्रदेश में लगभग 60 लाख युवाओं को स्वत: रोजगार से जोड़ने में सफलता मिली है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश के युवा किसी के बहकावे में न आएं पहले परीक्षा उसके बाद परिणाम फिर नियुक्ति के नाम पर अव्यवस्था थी। अब जिसको अपनी प्रॉपर्टी जप्त करानी होगी वही गलत करेगा। वैसे किसी को भी गलत करने की छूट नहीं दी जा सकती। पहले सत्ता के संरक्षण में पलने वाले दलालों से नौकरियां सुरक्षित नहीं थी। आज शुचिता और ईमानदारी के साथ भर्ती प्रक्रियाएं पूरी हो रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार की व्यवस्था मेहनत और अनुशासन से चलती है। सरकार का काम जनता की सेवा करना है। हम जनता के मालिक नहीं जनता हमारी मालिक है। हमारे मालिकों के साथ कहीं किसी प्रकार का अन्याय नहीं होना चाहिए।