पर्यावरणविद नवनीत ने उठाया पर्यावरण असंतुलन को दुरुस्त करने का बीड़ा, प्रकृति को बचाना है मकसद

Raebareli : पर्यावरणविद नवनीत ने उठाया पर्यावरण असंतुलन को दुरुस्त करने का बीड़ा, प्रकृति को बचाना है मकसद

पर्यावरणविद नवनीत ने उठाया पर्यावरण असंतुलन को दुरुस्त करने का बीड़ा, प्रकृति को बचाना है मकसद

Tricity Today | उपखंड कार्यालय परिसर में 100 पौधे लगाए।

Raebareli : बढ़ते पर्यावरण असंतुलन को दुरुस्त करने का पर्यावरणविद नवनीत पाण्डेय ने बीड़ा उठाया है। दो करोड़ पौधे लगाने के अपने लक्ष्य की ओर बढ रहे हैं। पौधे लगाने के साथ ही उनके रखरखाव की भी जिम्मेदारी ले रहे हैं। इसी मुहिम में शनिवार को रायबरेली जिले के खीरों ब्लॉक विद्युत विभाग के उपखंड कार्यालय परिसर में 100 पौधे लगाए। नवनीत ने वहां मौजूद लोगों को पौधों के रखरखाव का भी संकल्प दिलाया।

रायबरेली जिले के जोगापुर बरिगांव निवासी पर्यावरणविद नवनीत पाण्डेय प्रकृति से छेड़छाड़ के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि प्रकृति से छेड़छाड़ करने का मतलब है कि मानव जीवन को संकट में डालना। इसलिए प्रकृति से छेड़छाड़ नहीं किया जाए, तभी जीवन संभव है। अंधाधुंध हो रही पेड़ों की कटाई और बढ़ते कंक्रीट के जंगलों से असंतुलन बढ़ा है। इसका सीधा असर समाज पर पड़ रहा है। इस असंतुलन को कम करने के लिए पर्यावरणविद नवनीत पाण्डेय ने दो करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इस मुहिम को तेजी से चला रहे हैं। सामाजिक संगठनों के साथ सरकारी विभागों को भी इस मुहिम में जोड़ा है। सेना और अर्धसैनिक बलों के साथ भी पौधरोपण अभियान चला चुके हैं। वह अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को रायबरेली जिले के ख़ीरों ब्लॉक में विद्युत विभाग के उपखंड कार्यालय पर 100 पौधे लगाए गए। पौधरोपण में नवनीत पांडेय के साथ बिजली विभाग के उपखंड अधिकारी कैलाश सिंह यादव ने भी पौधे लगाए। वहां मौजूद लोगों को पौधों की देखभाल का संकल्प दिलाया।

प्रकृति को बचाना है मकसद
नवनीत बताते हैं इस अभियान की शुरुआत में उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लेकिन इन दिक्कतों को दूर करते हुए वह आगे बढ़े। यही कारण रहा कि आज उनका अभियान यहां तक पहुंच पाया है। अभियान के अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि शुरू में लोग उन्हें माली पुकारते थे। जब वह पेड़ लगाने जाते थे लोग माली कहते थे। लोग यह भी कहने लगे कि उन्हें राजनीति में आना है, इसलिए पौधे लगा रहे हैं। नवनीत का कहना है कि उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ प्रकृति को बचाना है।

कई पुरस्कार मिल चुके
प्रकृति प्रेमी नवनीत पाण्डेय रायबरेली ही नहीं बल्कि उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड समेत कई राज्यों में पौधरोपण कर रहे हैं। उनका यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। पर्यावरण के प्रति काम को देखते हुए उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे केसरीनाथ त्रिपाठी ने उन्हें भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया था। इसके अलावा उनको दर्जनों अवार्ड मिल चुके हैं।

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