सब्जियों के निर्यात के मामले में वाराणसी अब गल्फ के देशों से सीधे जुड़ गया है। मंगलवार को वाराणसी के बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के कार्गों सेंटर से सब्जियों की पहली खेप संयुक्त अरब अमीरात के प्रमुख शहर शारजाह के लिए रवाना की गई। वाराणसी मंडल के किसान इससे बहुत उत्साहित हैं। सरकार भी किसानों की आय बढ़ाने के लिए के प्रयास में इसे सफल कदम मान रही है। वाराणसी मंडल के जिलों से आम, फल और चावल पहले से ही निर्यात किया जा रहा था। अब यहां की हरी सब्जियां भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी धमक दिखाने लगी हैं।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद नियार्त विकास प्राधिकरण (एपीडा) के अध्यक्ष डॉ एम अंगामुथु और वाराणसी मंडल के आयुक्त दीपक अग्रवाल ने मंगलवार को सब्जियों की खेप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वाराणसी मंडल के मटर और सफेद बैगन की एक बड़ी खेप हवाई मार्ग से सीधे संयुक्त अरब अमीरात के शहर शारजाह भेजी गयी। इस मौके पर डॉ अंगामुथु ने कहा कि वाराणसी सहित आसपास के जिलों में किसानों की पैदावार को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भेजने की योजना पर काम हो रहा है। यहां के आम, फल, चावल के बाद अब यहां की सब्जियां भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में पहुंचने लगी है। इससे उन्नत किस्म की खेती को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही किसानों की आय में भी बढ़ोत्तरी होगी। आने वाले दिनों में वाराणसी परिक्षेत्र को 'एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट' और 'फूड प्रोसेसिंग' का बड़ा केंद्र बनाया जा रहा है।
आयुक्त दीपक अग्रवाल ने इसे सरकार और किसानों की जीत कहा। उन्होंने जोर दिया कि पूर्वांचल में कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। आने वाले वक्त में वाराणसी को निर्यात क्षेत्र का प्रमुख केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार हर स्तर से प्रयास कर रही है। निर्यात की जरूरी शर्तों को पूरा करने की बाधाएं दूर होने के बाद वाराणसी के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सब्जियों की खेप मंगलवार को सीधे विदेश भेजी गई। आने वाले समय में जल मार्ग से भी कृषि उत्पाद बांग्लादेश समेत दक्षिण एशिया के देशों में सीधे भेजे जाएंगे। इससे निर्यात बढ़ने के साथ ही किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा। किसानों की खुशहाली ही सरकार की पहली प्राथमिकता है।