Uttar Pradesh news : हाथरस में सूरज पाल सिंह उर्फ भोले बाबा के सत्संग में 122 लोगों की मौत के मामले में चौंकाने वाली बात सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि हाथरस वाले बाबा पर यौन शोषण समेत कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। एक बार बाबा ने दावा किया था कि मैं बच्ची को जिंदा कर दूंगा, तब उन पर केस हुआ था। हाथरस में हुए हादसे के बाद से बाबा फरार है। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं।
पुलिस से बर्खास्त किया गया था
उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस प्रमुख (डीजीपी) प्रकाश सिंह ने बताया कि सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा को उत्तर प्रदेश पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था। उन्होंने सनसनीखेज खुलासा किया कि सूरजपाल सिंह पर यौन शोषण समेत पांच-छह मामले दर्ज हैं। उसकी बॉडी लैंग्वेज को देखकर कभी नहीं लगता कि उसने आईबी में काम किया है। आईबी में काम करने वाला व्यक्ति कभी नहीं बताएगा कि वह इस विभाग में काम करता है। सूरजपाल सिंह के कारनामे देखते हुए उसके अतीत की भी जांच होनी चाहिए।
आगरा में थी आखिरी पोस्टिंग
हाथरस कांड के बाद कुछ पुलिस अधिकारी उसके पैतृक गांव पहुंचे थे। वहां पता चला कि सूरजपाल ने करीब एक दशक तक उत्तर प्रदेश पुलिस में काम किया। इसके बाद नौकरी छोड़ दी। उसकी आखिरी पोस्टिंग आगरा में थी। सूरजपाल ने 1990 के दशक में नौकरी छोड़ी थी।
पत्नी को नाम दिया माताश्री
स्थानीय निवासियों से बातचीत में पता चला कि सूरजपाल सिंह शादीशुदा हैं, लेकिन उसकी कोई संतान नहीं है। पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने भोले बाबा का नाम अपना लिया। लोग उनकी पत्नी को 'माताश्री' कहकर बुलाते हैं। यह नाम भी सूरजपाल सिंह ने ही दिया।
पैतृक गांव में भी एक आश्रम
सूरजपाल ने गांव में अपनी 30 बीघा जमीन पर भी आश्रम बनवा रखा है। दूसरे जिलों और अन्य राज्यों से भी लोग उनका आशीर्वाद लेने आते हैं। सभी लोगों को आश्रम में ही ठहराया जाता है। सूरजपाल पांच साल पहले गांव छोड़कर चले गए थे। उन्हें डर था कि उनके खिलाफ कोई साजिश रची जा रही है। पिछले साल वे गांव लौटे और अपनी संपत्ति ट्रस्ट के नाम कर दी। इस संपत्ति की देखरेख एक मैनेजर करता है।