Prayagraj News : महाकुंभ 2025 का आयोजन शुरू हो चुका है और श्रद्धालु संगमनगरी प्रयागराज पहुंचने लगे हैं। साधु-संतों और कल्पवासियों के साथ-साथ अन्य भक्त भी यहां आ रहे हैं। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा और 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन स्नान पर्व का आयोजन होगा। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रयागराज एयरपोर्ट पर नई सुविधाओं का शुभारंभ किया गया है। महाकुंभ के दौरान अब रात में भी विमान सेवाएं उपलब्ध रहेंगी, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में अधिक सुविधा मिलेगी। इस कदम से महाकुंभ के दौरान यात्रा को और भी सुगम बनाने में मदद मिलेगी।
प्रयागराज में पहली बार रात्रि विमान सेवा का संचालन
प्रयागराज एयरपोर्ट पर पहली बार रात्रि विमान सेवा का संचालन शुरू किया गया है। शुक्रवार को मध्य प्रदेश के इंदौर से एक विमान पहली बार रात में प्रयागराज पहुंचा। इसके साथ ही, अब प्रयागराज एयरपोर्ट पर 24 घंटे विमान सेवा उपलब्ध होगी। एयरपोर्ट पर CAT-II लाइट प्रणाली भी शुरू की गई है। जिससे रात के समय विमान लैंडिंग और टेकऑफ में आसानी होगी। इसके अलावा, महाकुंभ के कारण प्रयागराज से 25 शहरों के लिए विमानों की बुकिंग भी शुरू हो गई है।
15 जनवरी से नए टर्मिनल का संचालन
इसी बीच, प्रयागराज एयरपोर्ट पर नया टर्मिनल भी बनकर तैयार हो गया है। यह टर्मिनल 15 जनवरी से संचालन में आ जाएगा और इसमें 15 विमान एक साथ खड़े किए जा सकेंगे। नए टर्मिनल की शुरुआत से रात के समय विमानों के खड़े होने की कोई असुविधा नहीं होगी। पहले, एयरपोर्ट पर रात के समय विमान सेवा संचालन में बमरौली एयरफोर्स की अनुमति की समस्या आ रही थी, लेकिन महाकुंभ के मद्देनजर सेना ने दिन-रात विमान सेवा संचालन की अनुमति दे दी है।
रात में उडान भरने वाले विमानों की सूची जारी
प्रयागराज से रात में उड़ान भरने वाली विमानों की सूची भी जारी की गई है। दिल्ली के लिए विमान रात 7:35 बजे उड़ान भरकर 9:25 बजे दिल्ली पहुंचेगा। जयपुर के लिए भी एक उड़ान शाम 5 बजे रवाना होगी और शाम 6:50 बजे प्रयागराज पहुंचेगी। इसके अलावा, भुवनेश्वर से प्रयागराज की फ्लाइट हर बुधवार रात 11:05 बजे मिलेगी। गुवाहाटी और कोलकाता के लिए भी रात में विमान सेवा शुरू की गई है। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज एयरपोर्ट पर शुरू की गई नई सुविधाओं से श्रद्धालुओं को यात्रा में काफी सुविधा होगी। रात में विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ की अनुमति मिल जाने से, महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए परिवहन की सुविधा बेहतर हो जाएगी।