महकते प्रयागराज में होगा श्रद्धालुओं का स्वागत, जानिए कितने और कहां के फूलों से सजेगा

महाकुंभ 2025 विशेष : महकते प्रयागराज में होगा श्रद्धालुओं का स्वागत, जानिए कितने और कहां के फूलों से सजेगा

महकते प्रयागराज में होगा श्रद्धालुओं का स्वागत, जानिए कितने और कहां के फूलों से सजेगा

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Uttar Pradesh News : महाकुम्भ 2025 के आयोजन को लेकर प्रयागराज में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। इस बार महाकुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए प्रयागराज को फूलों और सजावटी पौधों से सजाया जाएगा, ताकि हर कोने में फूलों की खुशबू महके और हर श्रद्धालु को एक अद्वितीय अनुभव मिले। उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुम्भ के आयोजन के लिए कई विशेष इंतजाम किए हैं, जिनमें से एक प्रमुख योजना यह है कि पूरे शहर को खूबसूरत फूलों से सजाया जाएगा। 

प्रयागराज को सजाने के लिए 7.55 करोड़ रुपये का बजट 
इस ऐतिहासिक अवसर के लिए 7 करोड़ 55 लाख 18 हजार रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। यह धनराशि मुख्य रूप से पुष्प वाटिकाएं, गमलों में फूलों की सजावट और गंगा किनारे विशेष सजावटी पौधों की स्थापना के लिए खर्च की जाएगी। प्रयागराज के हर हिस्से में रंग-बिरंगे फूलों के गमले और फ्लावर बेड लगाए जाएंगे ताकि शहर की सुंदरता और आकर्षण को बढ़ाया जा सके। 

26225 गमलों में सजेंगे मौसमी फूल, फ्लावर बेड की प्रदर्शनी
इस परियोजना के तहत, 26225 गमलों में विभिन्न प्रकार के मौसमी फूल लगाए जाएंगे। इसके अलावा, बड़े पैमाने पर फ्लावर बेड तैयार किए जाएंगे, जिनकी प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इस प्रयास का उद्देश्य न केवल शहर को सुंदर बनाना है, बल्कि पर्यटकों के लिए एक यादगार अनुभव भी प्रदान करना है। विशेष रूप से, गंगा के किनारे पर सजावटी पौधों की छटा महाकुम्भ के वातावरण को और भी जीवंत बनाएगी।

अयोध्या और काशी के फूलों से महकेगा प्रयागराज
महाकुम्भ की सजावट के लिए खासतौर पर अयोध्या और काशी की नर्सरियों से फूलों और सजावटी पौधों का आयात किया जा रहा है। इन पौधों का उपयोग न केवल मेला क्षेत्र में, बल्कि शहर के प्रमुख स्थलों जैसे पार्क, सड़कों, चौराहों, एयरपोर्ट और हाईकोर्ट की सजावट में भी किया जा रहा है। इस तरह, पूरी प्रयागराज शहर को फूलों से सजाया जा रहा है, ताकि हर कदम पर एक नई सुंदरता और रंग-बिरंगी छटा देखने को मिले।

गुलाब, गेंदा और जूही के फूलों से आकर्षण
इस वर्ष महाकुम्भ के लिए विशेष रूप से गुलाब, डहेलिया, जूही, मेरीगोल्ड, कामिनी, चांदनी, गुलदावरी, नेरियम, और गेंदा के विभिन्न किस्मों की मांग है। इन फूलों के साथ-साथ सजावटी पौधों की भी काफी मांग है, जिनमें एरिका पॉम, स्पाइंडल लिली, पीस लिली, बम्बू, धन लक्ष्मी, विष्णु कमल और रेड मंचीरा शामिल हैं। यह सभी पौधे शहर में एक हरे-भरे और सजावटी वातावरण को जन्म देंगे, जो महाकुम्भ के आयोजन को और भी भव्य बनाएंगे।

स्वच्छता और आकर्षण पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में महाकुम्भ की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। फूलों और सजावटी पौधों से प्रयागराज को सजाने के अलावा, मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का भी विस्तार किया जा रहा है। हर गली-गली में फूलों के गमले सजाए जाएंगे, ताकि महाकुम्भ आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक सौंदर्यपूर्ण और स्वच्छ वातावरण का अनुभव हो। महाकुम्भ 2025 के इस उत्सव में प्रयागराज न केवल धार्मिक महत्व के कारण आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि अपनी सुंदरता और हरियाली से भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर देगा।

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