Uttar Pardesh : उत्तर प्रदेश के आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है तमाम पार्टियां तरह-तरह के सम्मेलन कर जनता के बीच जाकर रूझाने का प्रयास कर रही है। बुधवार को निषाद पार्टी ने भी लखनऊ के 1090 चौराहे से संकल्प समाज उत्थान आरक्षण यात्रा शुरू की है। रथ को राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 1 महीने तक चलने वाली आरक्षण यात्रा यूपी की 403 विधानसभाओं में जाएगी। करीब 20 हज़ार किलोमीटर का फासला तैकर लखनऊ में होने वाली निषाद पार्टी की विशाल महारैली सरकार बनाओ अधिकार पाव को लेकर लोगों को न्योता देगी।
किंगमेकर की भूमिका में रहेगी निषाद पार्टी
बता दें कि निषाद समेत अन्य समाज को रथ यात्रा के माध्यम से निषाद पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेगी और आगामी विधानसभा चुनाव में किंगमेकर की भूमिका में रहेगी निषाद पार्टी, जिसको लेकर पुरजोर मेहनत की जा रही है। डॉ. निषाद ने कहा कि निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल का गठन ही निषाद पार्टी का गठन ही निर्बलों, वंचितों और शोषितों के हक अधिकार और मान-सम्मान के लिए किया गया था।
सपा-बसपा-कांग्रेस का बटन छूना बंद कर दिया
डॉ निषाद ने कहा कि संकल्प समाज उत्थान आरक्षण यात्रा हमारी सहयोगी पार्टी बीजेपी को भी 2019 लोकसभा चुनाव से पूर्व किए गए निषाद समाज के कल्याण और उत्थान के वायदों (आरक्षण, रोजी-रोटी के मुद्दे एवं कार्यकर्ताओं से राजनैतिक मकदमें वापसी) को भी याद दिलवाने का काम करेगी क्योंकि जिस प्रकार अपने हक-अधिकार से वंचित रखे जाने के बाद उत्तर प्रदेश में 18 प्रतिशत से अधिक आबादी वाले समाज ने गुस्से में आकार सपा-बसपा-कांग्रेस का बटन छूना बंद कर दिया तो आज उत्तरप्रदेश में तीनों पार्टियों के हालात क्या है ये आप सबके सामने हैं अगर समय से हमारी सहयोगी पार्टी अपने किए हुए वादों को पूरा नहीं करती है। तो केवल डॉ. संजय निषाद भाजपा के सहयोगी के रूप में अकेले निषाद रह जाएंगे।
पीएम मोदी का सपना होगा पूरा
इसलिए बीजेपी को जल्द अपना वादा पूरा कर निषाद समाज का उत्थान भी करना चाहिए, तभी असल मायनों में पीएम मोदी का सपना सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास भी पूरा होगा। उन्होंने कहा आगामी 15 अक्टूबर 2021 को लखनऊ के रमाबाई मैदान में होने वाली विशाल महारैली “सरकार बनाओ-अधिकार पाओ” रैली में ही राष्ट्रीय एवं प्रदेश कोर कमेटी की बैठक पूरे समाज के सामने की जाएगी और समाज जो फैसला लेगा वो निषाद पार्टी को भी मान्य होगा।