Agra : आगरा के विकास को अब एक या दो नहीं बल्कि तीन-तीन एक्सप्रेस-वे पंच लगाएंगे। आगरा-लखनऊ और यमुना एक्सप्रेस-वे के बाद अब आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेस-वे बनने जा रहा है। इससे न सिर्फ आगरा मध्य प्रदेश के पर्यटकों से जुड़ेगा बल्कि यहां की संस्कृति और उद्योग से भी लाभ मिलेगा। भारत सरकार के परिवहन मंत्रालय ने ग्वालियर-आगरा एक्सप्रेस-वे बनाने का निर्णय लिया है। यह एक्सप्रेस-वे 160 किमी लंबा होगा। इसके बनने से भिंड, मुरैना, दतिया, झांसी, शिवपुरी और ग्वालियर के लोगों की तकदीर बदल जाएगी।
टूरिज्म को मिलेगा बल
ग्वालियर-आगरा एक्सप्रेस-वे बनाने का निर्णय केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लिया है। इसके बन जाने के बाद टूरिज्म सेक्टर को अधिक फायदा मिलेगा। ग्वालियर से आगरा में ताज का दीदार करने आने वाले पर्यटक 2 घंटे में पहुंच जाएंगे। इसका फायदा मथुरा को भी मिलेगा। नए एक्सप्रेस-वे का निर्माण ग्वालियर से आगरा के बीच पहले से मौजूद फोरलेन हाइवे की दायीं ओर पांच किमी दूर बनेगा। राजमार्ग मंत्रालय की तरफ से जो ड्राफ्ट तैयार किया गया है, उसके हिसाब से कहीं-कहीं इसकी दूरी पुराने हाइवे से अधिक हो सकती है। साथ नए एक्सप्रेस-वे के लिए चंबल नदी के ऊपर पुल का निर्माण भी किया जाएगा। मंत्रालय की तरफ से पर्यावरण विभाग को एनओसी के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। इसके बाद प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार की जाएगी। यह एक्सप्रेस-वे सिक्स लेन का होगा, जिसकी लागत करीब तीन हजार करोड़ रुपये आएगी।
रहवासी इलाकों पर ज्यादा असर नहीं
वहीं, प्रस्तावित आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेस-वे से रहवासी इलाकों पर ज्यादा असर नहीं होगा। अब धौलपुर, बानमोर और मुरैना में समनानंतर नया एक्सप्रेस-वे बनेगा। यह सिक्स लेन का होगा। यह पूरी तरह से यमुना और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की तरह होगा। प्रोजेक्ट की मंजूरी मिलने के बाद विभाग डीपीआर की तैयारी में जुट गया। डीपीआर बनने के बाद जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद काम की शुरुआत हो जाएगी।
लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा
भारत सरकार के नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पुराने ग्वालियर-मुरैना-धौलपुर-आगरा मार्ग पर परिवहन के अत्यधिक दबाव को देखते हुए काफी लंबे समय से इस मार्ग के चौड़ीकरण की ज़रूरत थी। जिसके लिए हम लोग लगातार प्रयास कर रहे थे, लेकिन बानमोर, मुरैना, धौलपुर आदि नगर में सड़क का विस्तार रहवासी आबादी के कारण सम्भव नहीं हो पा रहा था। इसलिए हमने परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के साथ मिलकर इस बात पर मंथन किया कि क्यों न एक नया समानांतर एक्सप्रेसवे मार्ग तैयार किया जाए ताकि आम जनता के मकान और व्यासायिक प्रतिष्ठान भी प्रभवित न हों और नया मार्ग भी बन जाए। इसके लिए एक नए एक्सप्रेसवे की परिकल्पना तैयार की गई, जिसके तहत तीनों नगरों के समनानंतर नवीन मार्ग तैयार किया जाएगा जो कि 6 लेन होकर यमुना एक्सप्रेसवे या आगरा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के समान होगा। ये एक्सप्रेसवे ग्वालियर के निरावली तिराहे से प्रारंभ होकर आगरा में आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे में जुड़ेगा।