Bahraich News : उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद प्रशासन ने जिले में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है। महाराजगंज इलाके में देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान निकले जुलूस में पथराव और झड़प में 22 वर्षीय युवक की मौत के बाद, इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। हालात पर काबू पाने के लिए उत्तर प्रदेश के गृह सचिव संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश घटनास्थल पर पहुंचे हुए हैं। इस समय पूरे जिले में धारा 163 लागू कर दी गई है।
सड़कों पर पसरा सन्नाटा
बता दें कि बहराइच में आगजनी और पथराव, फायरिंग और आगजनी की घटनाएं हुईं, जिसमें एक युवक की जान चली गई और 12 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद इलाके में गहरा तनाव फैल गया और स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई। इसे देखते हुए पूरे जिले में धारा 163 लागू कर दी गई है। बता दें कि धारा 163 लागू होने के बाद चार से ज्यादा लोगों के साथ में इकट्ठे होने, हथियार रखने, नुक्कड़ सभा, विरोध प्रदर्शन, जनसभा, जुलूस निकालने सहित अन्य चीजों पर पाबंदी होती है।
बॉर्डर से सटे थानों को किया गया अलर्ट
जानकारी के अनुसार, पूरे गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात है। जो भी सड़क पर मिल रहा है, उससे आधार कार्ड की जानकारी ली जा रही है। साथ ही इस दौरान, बाहरी लोगों को क्षेत्र में आने से रोका जा रहा है। साथ ही मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के 6 जिलों से फोर्स और पीएसी बुलाई गई है। इसके अलावा, पुलिस ने सीतापुर से आने वाले सभी वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया है और रास्तों को बैरिकेड्स के जरिए पूरी तरह बंद कर दिया है। इसके साथ ही, बहराइच से सटे सीतापुर जिले के थानों, रेउसा, थानगांव और महमूदाबाद को सतर्क रहने के आदेश जारी किए गए हैं।
इंटरनेट सेवा की गई बंद
प्रशासन ने हिंसा के बाद एहतियात के तौर पर जिले में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है, ताकि किसी भी प्रकार की अफवाहें या भड़काऊ सामग्री फैलने से रोकी जा सके। महसी, हरदी तहसील पर इंटरनेट काम नहीं कर रहा है। इंटरनेट बंद होने से जिले के लोग सोशल मीडिया या अन्य ऑनलाइन माध्यमों से कोई भी जानकारी साझा नहीं कर पा रहे हैं।
दो दर्जन से अधिक उपद्रवी हिरासत में
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 30 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश मौके पर पहुंचे। प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, संजय प्रसाद ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।