भाजपा को चुनौती देने लखनऊ पहुंचे सिसोदिया, केजरीवाल मॉडल के फायदे गिनाते हुए ‘आप’ की जमीन तलाशने में जुटे

राजनीति : भाजपा को चुनौती देने लखनऊ पहुंचे सिसोदिया, केजरीवाल मॉडल के फायदे गिनाते हुए ‘आप’ की जमीन तलाशने में जुटे

भाजपा को चुनौती देने लखनऊ पहुंचे सिसोदिया, केजरीवाल मॉडल के फायदे गिनाते हुए ‘आप’ की जमीन तलाशने में जुटे

Google Image | Manish Sisodia

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मंगलवार को राजधानी लखनऊ पहुचें। लखनऊ पहुंचकर उन्होंने प्रदेश सरकार के मंत्री एवं प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह को 'दिल्ली का केजरीवाल मॉडल बनाम योगी का उत्तर प्रदेश मॉडल' पर बहस की चुनौती दी। इसके अलावा उन्होंने शिक्षा की स्थिति पर भी बहस की चुनौती दी। सिसोदिया आम आदमी पार्टी (आप) के उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं सांसद संजय सिंह के साथ मोर्चा संभाल रहे थे। उन्होंने कैसरबाग के गांधी भवन में खुली बहस के लिए अपने बगल में सिद्धार्थ नाथ सिंह की भी कुर्सी लगवाई। कुर्सी के पीछे सिद्धार्थ नाथ का कटआउट लगाया गया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में सिसोदिया ने कहा, ‘मैं सिद्धार्थ नाथ सिंह का इंतजार करुंगा और मुझे भरोसा है कि वह बहस के लिए आगे आएंगे।‘

सिसोदिया ने आगे कहा, ‘मुझे उत्तर प्रदेश के नेताओं से पहली बार शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली की बात सुनकर अच्छा लगा है। उप्र के लोगों ने जबसे भाजपा की सरकार चुनी है, ये पूछ रही है कि हमें क्या‍ मिला। जबकि दिल्ली के लोगों ने केजरीवाल की सरकार बनाई, तो वहां सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधर गई और अच्छे रिजल्ट आने लगे।‘

सिसोदिया ने बताया कि, ‘दिल्ली में प्राइवेट स्कूलों की पांच वर्ष में फीस नहीं बढ़ने दी गई है। जबकि उत्तर प्रदेश में फीस कई गुना बढ़ गई है। उत्तर प्रदेश में बिजली के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जबकि दिल्लीई में बिजली 24 घंटे रहती है। उप्र के शहरों में कितनी बिजली रहती है, मुझे बताने की जरूरत नहीं है। उप्र की हालत बद से बदहाल होती गई, जबकि पांच वर्ष में दिल्ली की हालत बेहतर हो गई। यह इसलिए कि दिल्ली के लोगों ने ईमानदार सरकार चुनी है।‘

इस दौरान पत्रकारों को दिल्ली‍ के सरकारी स्कूईलों की बेहतर स्थिति की एक-डेढ़ वर्ष पहले की वीडियो भी दिखाई गई। सिसोदिया ने मंगलवार को लखनऊ के दौरे पर आने से पहले ट़वीट किया,  ‘केजरीवाल मॉडल बनाम योगी जी का उत्तर प्रदेश मॉडल पर मंत्री जी द्वारा खुली बहस के आह्वान पर मैं आज लखनऊ में रहूंगा। उम्मीेद है कि बहस की चुनौती देने वाले मंत्री सिद्धार्थ नाथ योगी जी द्वारा कायाकल्प किए दस स्कूलों की लिस्ट लेकर जरूर आएंगे, जहां इंफ्रास्ट्रक्चगर, रिजल्ट आदि में सुधार हुए हों।‘

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने चार दिन पहले ट्वीट किया था कि, ‘डिबेट का निमंत्रण देने से पहले आप अपने स्कूजलों की हालत तो ठीक कर लें मनीष सिसोदिया जी। यह तो अरविंद केजरीवाल का दूसरा टर्म (कार्यकाल) चल रहा है।‘ तीन दिन पहले मुख्यरमंत्री योगी आदित्य नाथ ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि दिल्लीह की आबादी जितने बच्चेम हमारे बेसिक स्कू लों में पढ़ते हैं। तब उनके कथन का संदर्भ लेते हुए दिल्ली। के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया था ‘बच्चों को अच्छी  शिक्षा और उज्जवल भविष्य देना हर सरकार की जिम्मेदारी है, फिर चाहे वह 5 लाख हों या 5 करोड़। अच्छी सरकारें बहाने नहीं बनातीं।‘

सिसोदिया ने ट्विटर पर ही प्रतिक्रिया व्यक्त‘ की। उन्होंने लिखा कि, ‘अब ये बहाना नहीं चलेगा योगी जी, अगर बड़ी आबादी वाले उत्तर प्रदेश के बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे सकते तो यह आपकी अक्षमता है।‘ बताते चलें कि अरविंद केजरीवाल ने 15 दिसंबर को ट्विटर पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने 2022 में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लड़ने का ऐलान किया था। इसी के बाद से उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार और दिल्ली की आप सरकार के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।

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