सड़क हादसे में घायल छात्राओं का अंधेरे में इलाज, मोबाइल टॉर्च की रोशनी में लगाए गए टांके

महोबा : सड़क हादसे में घायल छात्राओं का अंधेरे में इलाज, मोबाइल टॉर्च की रोशनी में लगाए गए टांके

सड़क हादसे में घायल छात्राओं का अंधेरे में इलाज, मोबाइल टॉर्च की रोशनी में लगाए गए टांके

Tricity Today | टोर्च की लाइट में भरे टांके

Mahoba : बुंदेलखंड के महोबा में स्वास्थ्य सेवाएं इस कदर बदहाल है कि मोबाइल और टॉर्च टॉर्च की रोशनी में अस्पताल के डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। घायलों को अंधेरे में ही इलाज कराने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। अस्पताल में यह लापरवाही लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी है।

अंधेरे में मोबाइल टोर्च की रोशनी में किया इलाज 
उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य विभाग में कमी को सही करने की लाख कोशिश कर रही हो लेकिन महोबा में स्वास्थ्य विभाग की तस्वीर बदलती नहीं दिखाई दे रही। ताजा मामला जनपद के पनवाड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है,जहां पर घायलों का इलाज अंधेरे में मोबाइल टोर्च की रोशनी में किया जा रहा है। दरअसल बताया जाता है कि पनवाड़ी थाना क्षेत्र के झांसी-मिर्जापुर पर ई रिक्शा में स्कॉर्पियो ने पीछे से टक्कर मार दी और इस सड़क हादसे में ई रिक्शे में बैठकर कोचिंग जा रही छात्राएं और चालक गंभीर रूप से घायल हो गए। 

तेज रफ्तार स्कॉर्पियो कार ने जोरदार टक्कर मारी 
किल्हौवा गांव निवासी दृगपाल ई-रिक्शा चलाकर अपना गुजर बसर करता है। रोजाना की तरह वह अपने गांव से कोचिंग पढ़ने वाली छात्राओं को लेकर पनवाड़ी कस्बा जा रहा था। जैसे ही ई रिक्शा पनवाड़ी थाना क्षेत्र के छतेसर के पास पहुंचा तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार स्कॉर्पियो कार ने जोरदार टक्कर मार दी।  जिससे ई रिक्शे में बैठीं छात्राएं नैंसी, सोनम, समीक्षा, प्रीति सहित रिक्शा चालक भी घायल हो गया। सभी घायलों को इलाज के लिए पनवाड़ी स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, लेकिन यहां तो हद हो गई और पूरी तरीके से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था देखने को मिली। 

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नहीं है बिजली की सुविधा 
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में घायल छात्राओं और रिक्शा चालक को अंधेरे में ही इलाज कराने के लिए मजबूर होना पड़ा। यहीं नहीं डॉक्टर द्वारा मोबाइल की टॉर्च रोशनी में इलाज करते देखा जा रहा है। घायलों के टांके लगाने का काम भी मोबाइल टॉर्च की रोशनी में किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ना तो लाइट की व्यवस्था है और ना ही जरनेटर और इनवर्टर लगाया गया है। इसके चलते यहां आने वाले घायलों और मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और उनकी जिंदगी के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। यह लापरवाही आम जनमानस में चर्चा का विषय बनी हैं तो लोगों में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को लेकर नाराजगी भी है।

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