Up Government Attacks Arvind Kejriwal Said He Cant Manage Delhi And Dreams To Form Government In Up
अरविंद केजरीवाल झूठ बोलकर उत्तर प्रदेश के लोगों को गुमराह नहीं कर पाएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने अरविंद केजरीवाल पर बोला हमला, कहा- दिल्ली संभलती नहीं और मुंगेरीलाल बनकर हसीन सपने देख रहे हैं
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार की सुबह ऐलान किया कि उनकी पार्टी 2022 में होने वाला उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इस दौरान उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला किया। अरविंद केजरीवाल ने यूपी में कोरोना मैनेजमेंट को सबसे खराब बताया। सवाल किया कि जब दिल्ली में मुफ्त बिजली दी जा सकती है तो उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं दी जा रही है? अरविंद केजरीवाल ने कानून व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़ा कर दिया। अब उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अरविंद केजरीवाल को जवाब दिया गया है। सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने केजरीवाल को मुंगेरीलाल करार देते हुए यूपी में चुनाव लड़ने के हसीन सपने देखने वाला बताया है। इतना ही नहीं सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव के बाद यह कहावत पूरी तरह बदल जाएगी। लोग मुंगेरीलाल के हसीन सपने नहीं केजरीवाल के हसीन सपने बोलने लगेंगे।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने केजरीवाल को वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने 2014 के लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार भी याद दिलाई। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच जनसंख्या और तमाम दूसरे बिंदुओं पर तुलना करते हुए कहा, अरविंद केजरीवाल ने अपने ऑक्सी फ्रेंड उत्तर प्रदेश में भेज रखे हैं। उन ऑक्सी फ्रेंड से हकीकत की जानकारी भी ले लें।" उत्तर प्रदेश सरकार के कोरोनावायरस टेस्ट और दिल्ली में हुए कोरोनावायरस टेस्ट की तुलना भी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने की। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राइमरी स्कूलों की संख्या और दिल्ली में स्कूलों की संख्या के बीच कोई तुलना नहीं है। उत्तर प्रदेश आकर प्राइमरी स्कूलों को देख लीजिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले 3 वर्षों के दौरान 20 नए मेडिकल कॉलेज शुरू हुए हैं। तीन नए एम्स रहे हैं। दिल्ली में एक पुराना एम्स शहर वह भी ढंग से संभाला नहीं जा रहा है।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, "देश में लोकतंत्र है। कोई कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है। सभी राजनीतिक दलों को उत्तर प्रदेश या किसी भी राज्य में जाकर चुनाव लड़ने का पूरा अधिकार है। इससे किसी को कोई वंचित नहीं कर सकता, लेकिन अरविंद केजरीवाल को राजनीतिक शुचिता का पालन करना चाहिए। केवल झूठ बोलने से काम चलने वाला नहीं है। उन्होंने जिस तरह दिल्ली में झूठ बोलकर लोगों को गुमराह किया है, उस तरह उत्तर प्रदेश में नहीं कर पाएंगे। आज वह कोरोना मैनेजमेंट की बात कर रहे हैं। उन्होंने ही दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों को इलाज नहीं देने की बात कही थी। अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि 500 रुपये का टिकट लेकर पूर्वांचली और बिहारी दिल्ली आ रहे हैं। यहां 50 हजार रुपये का इलाज करवाकर वापस लौट जाते हैं। यह उत्तर प्रदेश के लोगों का अपमान है। इसका जवाब तो उन्हें देना पड़ेगा। जब उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने आएंगे तो अपनी खराब मानसिकता का कैसे जवाब दे पाएंगे।