प्रधान पद का उम्मीदवार 75 हजार रुपए खर्च कर सकता है, बीडीसी, जिला और ग्राम पंचायत सदस्य की लिमिट भी तय

यूपी पंचायत चुनाव : प्रधान पद का उम्मीदवार 75 हजार रुपए खर्च कर सकता है, बीडीसी, जिला और ग्राम पंचायत सदस्य की लिमिट भी तय

प्रधान पद का उम्मीदवार 75 हजार रुपए खर्च कर सकता है, बीडीसी, जिला और ग्राम पंचायत सदस्य की लिमिट भी तय

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर उत्तत प्रदेश में जोर शोर से तैयारियां शुरू हो गई हैं। खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ने वालों के लिए खर्च करने की सीमा निर्धारित कर दी गई है। मतलब, लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तरह ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र और जिला पंचायत सदस्य अपने चुनाव में कितना पैसा खर्च कर सकते हैं, यह सीमा निर्वाचन आयोग ने तय कर दी है। इतना ही नहीं तय सीमा से ज्यादा पैसा खर्च करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तरह ऑब्जर्वर और उड़नदस्ते छापामार कार्रवाई भी करेंगे।

इस बार के पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी डेढ़ लाख रुपए तक खर्च कर सकते हैं। जबकि प्रधान पद के उम्मीदवार 75 हजार रुपए और ग्राम पंचायत सदस्य 10 हजार रुपए तक चुनाव में खर्च कर सकते हैं। चुनावी खर्च पर इस बार निर्वाचन आयोग नजर रखेगा। राज्य सरकार ने बैलट पेपर छपवा कर सभी जिलों में भेज दिए हैं। गौतमबुद्ध नगर में 15.65 लाख बैलेट पेपर और मतपेटियां भी आईं हैं। जिन्हें अधिकारियों की निगरानी में रखा गया है। 

इस बार पार्टी सिंबल पर लड़े जाएंगे पंचायत चुनाव
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार विभिन्न राजनीतिक दल अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी में हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि पंचायत चुनाव फरवरी-मार्च के बीच में हो सकते हैं। निर्वाचन आयोग से चारों पदों के लिए नामांकन पत्र की फीस, जमानत राशि एवं अधिकतम खर्च भी तय कर दिए गए हैं। अफसरों का कहना है कि इस बार जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी अधिकतम डेढ़ लाख रुपए खर्च कर सकेंगे। वहीं प्रधान पद के प्रत्याशी 75 हजार, क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 75 और ग्राम पंचायत सदस्य के लिए अधिकतम 10 हजार रुपए की धनराशि तय की गई है। इससे अधिक का खर्चा करने वाले प्रत्याशियों पर नजर रखने के लिए प्रशासन की टीम भी लगाई जाएंगी।

गौतमबुद्ध नगर 15.67 लाख बैलट पेपर दिल्ली व रामपुर से पहुंचे 
बैलेट पेपर के नोडल अधिकारी बनाए गए डीआरडीए के परियोजना निदेशक नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। जिले में प्रधान, बीडीसी, जिला पंचायत एवं ग्राम पंचायत सदस्य के चुनाव के लिए 15.65 लाख बैलट पेपर दिल्ली एवं रामपुर से आ गए हैं। जिन्हें अधिकारियों की सुरक्षा में सुरक्षित रखवा दिया गया है। इसके अलावा मतपेटियों को दुरुस्त कराने के साथ-साथ नई मतपेटियों को भी सुरक्षित रखवाया गया है। 

चुनाव से पहले खंगाली जा रही बूथों की कुंडली
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले जिला प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी भूतों की कुंडली खंगालने में जुट गए हैं। पुर पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान किन भूत पर झगड़ा एवं हिंसा हुई, किन बूथों पर वोटरों को मतदान करने से रोका गया, फर्जी वोटिंग को लेकर झगड़ा तो नहीं हुआ आदि बिंदुओं पर आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। अधिकारियों से रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही बूथों को संवेदनशील, अति संवेदनशील और क्रिटिकल आदि की श्रेणी में विभाजित किया जाएगा।

10 से 14 जनवरी तक निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची होगी प्रकाशित
मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जनपद गौतम बुद्ध नगर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी है। 9 जनवरी तक जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए वार्डों पर आई गई आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। 10 से 14 जनवरी तक निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची को प्रकाशित करने का काम किया जाएगा।

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