Bundelkhand Expressway Update : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना की समीक्षा की। उन्होंने इस एक्सप्रेस-वे के मुख्य मार्ग को हर हाल में 31 दिसम्बर, 2021 तक पूरा करके चालू करने का आदेश दिया है। सीएम ने वर्चुअल माध्यम से बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना (Bundelkhand Expressway Project) से जुड़े जिलों के जिलाधिकारियों को इस कार्य में पूर्ण सहयोग देने का आदेश दिया है।
विकास की एक और नई गति मिलेगी : योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर और क्लस्टर स्थापित करने के लिए भूमि चिन्हित करें। इनकी स्थापना की दिशा में शीघ्र कार्य प्रारम्भ किया जाए। उन्होंने एक्सप्रेस-वे निर्माण के साथ ही साइनेज और बोर्ड लगाने का आदेश दिया है। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण की प्रगति का प्रस्तुतीकरण देखा है। प्रस्तुतीकरण के दौरान यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि यह एक्सप्रेस-वे देश का सबसे सुरक्षित एक्सप्रेस-वे होगा। यह सबसे कम समय में निर्मित किया जाएगा।
यह अफसर शामिल हुए
इस बैठक में इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा और चित्रकूट के जिलाधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने ‘रोड एन्थम’ भी देखा। इस बैठक में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना की विकासकर्ता कम्पनियों के प्रतिनिधियों सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
दिल्ली और लखनऊ से सीधे लिंक हो जाएगा बुंदेलखंड
यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को देश की राजधानी दिल्ली से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे एवं यमुना एक्सप्रेसवे के साथ सीधे लिंक कर देगा। ऐसा होते ही देश के पिछड़े इलाकों में गिना जाने वाले बुंदेलखंड क्षेत्र में विकास की तमाम संभावनाएं जन्म लेंगी। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को झांसी जिले की विधानसभा गरौठा में बन रहे डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। गरौठा विधायक जवाहल लाल राजपूत कहते हैं कि सड़कों के लिए तरसने वाले बुंदेलखंड में एक्सप्रेसवे जैसी आधुनिक सड़क बहुत बड़ी सौगात है। सड़क निर्माण के साथ डिफेंस कॉरिडोर यहां रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे परियोजना का प्रारम्भ झांसी-इलाहाबाद राष्ट्रीय मार्ग संख्या-35 भरतकूप के पास चित्रकूट जिले से किया गया। परियोजना का अन्तिम स्थल आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ग्राम कुदरैल इटावा होगा।
4 लेन चौड़ा और 6 लेन तक विस्तारीकरण
एक्सप्रेसवे 04 लेन चौडा है, जिसकी संरचनाएं 06 लेन चौडाई की बनाई जा रही हैं। एक्सप्रेसवे के राइट आफ वे (ROW) की चौडाई 110 मीटर है। एक्सप्रेसवे के एक ओर 3.75 मीटर चौड़ाई की सर्विस रोड़ स्टैगर्ड रूप में बनाई जायेगी जिससे परियोजना के आस-पास के गांव के निवासियों को सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।