मंगलवार की रात रबूपुरा के गांव नगला हुकमसिंह स्थित अपनी ननिहाल से वापस लौट रहे दो कार सवार युवकों के लिए भारी पड़ी। उनकी कार जेवर के मेन रोड पर खोदे गए गढ्ढे में फंस गई। घना कोहरा होने की वजह से युवक गढ्ढा नहीं देख पाए और कार गढ्ढे में जा गिरी। समय से कार के एयरबैग खुल गए और दोनों युवक जख्मी होने से बाल-बाल बच गए। पर दोनों युवकों को पूरी रात गढ्ढे में फंसी कार में ही गुजारनी पड़ी।
गांव घरवरा, जिला अलीगढ़ निवासी विपिन अपने दोस्त महेश के साथ मंगलवार को अपनी ननिहाल गांव नगला हुकमसिंह कार लेकर आया था। उसी रात करीब 12 बजे दोनों वापस अपने गांव के लिए लौट रहे थे। जेवर के रबूपुरा रोड पर पुलिया डालने के लिये मंगलवार को जेसीबी मशीन की मदद से सड़क पर गहरा गढ्ढा खुदवाया गया था। इसमें एक पुलिया डाली जानी थी, जो उस दिन नहीं डाली गई थी। युवक कोहरे की वजह से गढ्ढा न देख सके और कार गढ्ढे में फंस गई। युवकों ने काफी मेहनत की, पर कार को गढ्ढे से नहीं निकाल सके। दोनों युवकों ने भीषण सर्दी में पूरी रात कार में ही गुजारी।
इस मामले मे अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत जेवर, दिनेश कुमार शुक्ला ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि सड़क के दोनों ओर बहने वाले गंदे पानी को पास कराने के लिए पुलिया डलवाया जाना है। मंगलवार को इसी लिए गढ्ढा खुदवाया गया था। कार के फंसने की सूचना पर बुधवार की सुबह जेसीबी मशीन से कार को निकाला गया। आगे ऐसी कोई घटना ना हो, इसके लिये ठोस कदम उठाए गए हैं।
दोनों युवकों ने अपना कड़वा अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि प्रशासन की एक गलती उनके लिए बहुत भारी साबित हुई। जाड़े की इन सर्द रातों में उन्हें पूरी रात कार में बैठ कर बितानी पड़ी। उन्होंने बताया कि वक्त रहते कार के एयरबैग खुल गए थे और दोनों चोटिल होने से बच गए। अन्यथा दोनों जख्मी हो सकते थे। ऊपर से पूरी रात उन्हें कार में ही बैठना पड़ा। इस दौरान कोई भी अनहोनी हो सकती थी।