ग्रेटर नोएडा फिल्म सिटी का खाका खींचेगा सीबीआरई ग्रुप, दुनिया की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंसलटेंसी है

ग्रेटर नोएडा फिल्म सिटी बड़ी खबर ग्रेटर नोएडा फिल्म सिटी का खाका खींचेगा सीबीआरई ग्रुप, दुनिया की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंसलटेंसी है

ग्रेटर नोएडा फिल्म सिटी का खाका खींचेगा सीबीआरई ग्रुप, दुनिया की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंसलटेंसी है

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा फिल्म सिटी का खाका खींचेगा सीबीआरई ग्रुप

  1. -विदेशी कंपनी बनाएगी फिल्म सिटी की डीपीआर, विकास का मॉडल भी बताएगी
  2. -सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड को चुना गया डीपीआर बनाने के लिए
  3. -14 फरवरी तक बन जाएगी डीपीआर, कैबिनेट में रखी जाएगी फिल्म सिटी की रिपोर्ट
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ग्रेटर नोएडा में बनने वाली फिल्म सिटी का खाका खींचने की जिम्मेदारी दुनिया के सबसे बड़े रियल एस्टेट कंसलटेंट ग्रुप को सौंपी गई है। यह काम हासिल करने के लिए दुनिया भर की मल्टीनेशनल कंपनियां दौड़ में शामिल थीं। यमुना प्राधिकरण ने सीबीआरई ग्रुप को यह जिम्मेदारी सौंपने का फैसला लिया है। इसके लिए सोमवार को प्राधिकरण के बोर्ड में प्रस्ताव रखा गया। जिसे मंजूरी दे दी गई है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सीबीआरई ग्रुप फॉर्चून 500 कंपनियों में शामिल है। दुनिया के टॉप रियल एस्टेट प्रोजेक्ट पर यह कंपनी इस वक्त काम कर रही है।

यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में बनने वाली फिल्म सिटी की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) मल्टीनेशनल कंपनी सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड बनाएगी। प्राधिकरण ने सोमवार को कंपनी का चयन कर लिया। यह कंपनी दो महीने में यानी 14 फरवरी तक डीपीआर सौंप देगी। इस रिपोर्ट में विकास मॉडल के साथ-साथ फाइनेंसियल मॉडल (वित्तीय मॉडल) भी कंपनी सुझाएगी। इसी के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद यमुना प्राधिकरण ने फिल्म सिटी को मूर्त रूप देने में जुट गया है। शासन ने यमुना प्राधिकरण को डीपीआर और विकास के मॉडल तय करने की जिम्मेदारी सौंपी है। प्राधिकरण ने इसकी कवायद शुरू कर दी। फिल्म सिटी की डीपीआर तैयार कराने के लिए यमुना प्राधिकरण ने 29 नवंबर को डीपीआर तैयार कराने के लिए कंपनियों से प्रस्ताव मांगे थे। नौ कंपनियों ने निविदा खरीदी थी। लेकिन चार कंपनियों ने प्रस्ताव जमा किए थे। शुक्रवार तकनीकी बिड खोली गई थी। इसमें दो कंपनियों के प्रस्ताव रद्द कर दिए गए थे। दो कंपनियों में से एक का चयन होना था। 

सोमवार को फाइनेंशियल बिड (वित्तीय निविदा) खोली गई। इसमें सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड को चुना गया है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि कंपनी 60 दिन में डीपीआर तैयार कर लेगी। 14 फरवरी तक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्राधिकरण को मिल जाएगी। इसके बाद डीपीआर उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट में रखी जाएगी। कैबिनेट की मुहर के बाद परियोजना पर काम शुरू हो सकेगा। कैबिनेट से फिल्म सिटी के विकास और फाइनेंस का मॉडल तय होगा।

फिल्म सिटी तक पहुंच के बेहतर साधन

प्रस्तावित फिल्म सिटी में अनुसंधान, सिनेमा का विकास, डिजिटल स्पेस, टीवी, ओटीटी इंडस्ट्री और प्रोडक्शन हब स्थापित किया जाएगा। सेक्टर-21 जेवर के प्रस्तावित एयरपोर्ट से लगभग 6 किलोमीटर है। यहां तक पहुंच बहुत आसान है। प्रस्तावित फिल्म सिटी से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे 12 किलोमीटर है। जबकि यह साइट यमुना एक्सप्रेस वे से लगी हुई है।

फॉर्च्यून 500 में शामिल है कंपनी

सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी फॉर्च्यून 500 कंपनियों में 128वें नंबर पर आती है। फिल्म सिटी बनाने के कंपनी के पास पर्याप्त अनुभव है। बेंगलुरु में थीम पार्क व लेजर फैसिलिटी, हैदराबाद में एंटरटेनमेंट पार्क की थीम, कैलिफोर्निया में न्यू साउंड्सटेज व आयरलैंड में फिल्म स्टूडियो इसी कंपनी ने तैयार किया है।

ऐसे शुरू हुई परिकल्पना

मुख्यमंत्री ने 18 सितंबर 2020 को मेरठ मंडल की समीक्षा के दौरान गौतमबुद्ध नगर में फिल्म सिटी बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे थे। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण ने प्रस्ताव दिए। यमुना प्राधिकरण एरिया में 1000 एकड़ जमीन पर फिल्म सिटी बनाने का फैसला हुआ। इसमें 780 एकड़ जमीन औद्योगिक और 220 एकड़ जमीन व्यावसायिक उपयोग की है।

बोर्ड बैठक में हुई समीक्षा

सोमवार को यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में फिल्म सिटी का प्रस्ताव रखा गया। इसकी प्रगति रिपोर्ट जानी गई। बोर्ड ने फिल्म सिटी के काम को और तेज करने के निर्देश दिए। बोर्ड ने कहा कि इस काम को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।

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