जेवर एयरपोर्ट के पास घर बनाने का 422 सपना लोगों का पूरा हो गया है। यमुना प्राधिकरण ने अपनी आवासीय योजना का बुधवार को ड्रा निकाला है। जिसमें 2000 और 4000 वर्ग मीटर के भूखंड के लिए कम आवेदन आए है। इसलिए 18 भूखंडों का आवंटन नहीं हो सका, ड्रा प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई और ऑनलाइन प्रसारण भी किया गया है।
यमुना प्राधिकरण में 440 आवासीय भूखंडों की योजना निकाली थी। कोरोना महामारी के चलते इस योजना का ड्रा लगातार बढ़ रहा था। प्राधिकरण ने बुधवार को सेक्टर पी-3 के सामुदायिक केंद्र में इस योजना का ड्रा संपन्न कराया गया है। ड्रा के लिए बनी कमेटी के सदस्यों के सामने ड्रा प्रक्रिया पूरी हुई। स्कूल के बच्चों ने पर्ची निकाली और उनके नामों की घोषणा की है। आवासीय भूखंडों के लिए 20,000 से अधिक आवेदन आए थे। इसमें से 15624 आवेदक ड्रा में शामिल हुए। ड्रा में उन्हीं आवेदकों को शामिल किया गया जो वन टाइम पेमेंट करने के लिए तैयार है।
प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि ड्रा प्रक्रिया सुबह 10 बजे शुरू हुई। 3 से 3.30 घंटे में यह प्रक्रिया पूरी हो गई। 440 भूखंडों के सापेक्ष 422 भूखंड आवंटित किए गए। 2000 और 4000 वर्ग मीटर के भूखंड अधिक और आवेदक कम थे। इसके चलते 18 भूखंडों का आवंटन नहीं हो सका है। इससे प्राधिकरण को करीब 250 करोड रुपए का राजस्व मिलेगा। उन्होंने बताया कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई और इसका ऑनलाइन प्रसारण भी किया गया। कोरोना महामारी के चलते कुल आवेदकों में से केवल 2 प्रतिशत को ही बुलाया गया था। बाकी को ऑनलाइन प्रक्रिया देखने की सुविधा दी गई थी।
साइज भूखंड आवेदन आवंटन
60 68 2224 68
90 64 2145 64
120 117 9279 117
300 60 1679 60
500 29 171 29
1000 75 117 75
2000 16 3 3
4000 11 6 6 (भूखंड का आकार वर्ग मीटर में है)