Greater Noida : प्रदेश के एमएसएमई, निर्यात और निवेश मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गुरुवार को यमुना प्राधिकरण के अफसरों और इंडियन सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक एसोसिएशन (आईसीईए) के साथ बैठक की। बैठक में एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक एसेसरीज के लिए पार्क विकसित करने का सुझाव दिया।
इन सेक्टरों में विकसित होगा पार्क
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक एसेसीरीज कंपनियों के लिए पार्क विकसित किया जाएगा। इस पार्क को सेक्टर-24ए या फिर सेक्टर-10 में विकसित किया जाएगा। इस पार्क के विकसित होने से प्राधिकरण क्षेत्र में न केवल निवेश आएगा बल्कि लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।
निवेश आएगा और रोजगार के अवसर मिलेंगे
प्रतिनिधियों ने बताया कि इस पार्क के लिए तमाम सारी कंपनियां आने के लिए तैयार हैं। इससे निवेश बढ़ेगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इस पर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने यमुना प्राधिकरण के अफसरों से चर्चा की और कहा कि इसके लिए जमीन की उपलब्धता कराई जाए।
डॉ.अरुणवीर सिंह ने दी जानकारी
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस पार्क के लिए सेक्टर-24ए या सेक्टर-10 में जमीन मिल सकती है। उन्होंने इसका प्रस्ताव मंत्री के समक्ष रखा और इस पर जल्द निर्णय लेने की बात कही गई है। बैठक में कई और मुद्दों पर भी चर्चा की गई। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले निवेश और कंपनियों के बारे में भी कैबिनेट मंत्री ने जानकारी ली। यमुना सिटी में काफी मोबाइल कंपनियों ने काम शुरू कर दिया है।
इलेक्ट्रॉनिक सिटी 250 एकड़ में बसेगी
जेवर एयरपोर्ट के पास यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बनने वाली इलेक्ट्रॉनिक सिटी से करीब 50 हजार करोड रुपए का निवेश आने की संभावना है। यह इलेक्ट्रॉनिक सिटी 250 एकड़ क्षेत्रफल में बसाई जाएगी। यहां मोबाइल, टीवी और तमाम दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने वाली राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां आएंगी। इससे स्थानीय युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर मिलेंगे।