जेवर से ग्रेटर नोएडा तक एक्सप्रेस मेट्रो चलाने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाएगा। इसके साथ ही परी चौक से नई दिल्ली के शिवाजी मेट्रो स्टेशन तक फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाई जाएगी। यह रिपोर्ट डीएमआरसी बनाएगा। दोनों काम 9 महीने में पूरे हो जाएंगे। इसको लेकर गुरुवार को यमुना प्राधिकरण और डीएमआरसी के बीच अनुबंध पर दस्तखत हुए। डीपीआर बनने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने के लिए अनुबंध हुआ
यमुना प्राधिकरण के दफ्तर में गुरुवार को जेवर-ग्रेटर नोएडा मेट्रो की डीपीआर और परी चौक से नई दिल्ली के शिवाजी मेट्रो स्टेशन तक फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने के लिए अनुबंध हुआ। इसमें यमुना प्राधिकरण की ओर से सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह और ओएसडी शैलेंद्र भाटिया और डीएमआरसी की ओर से डारेक्टर बिजनेस डेवलपमेंट प्रमीत गर्ग और जीएम कंसलटेंसी सर्विसेज आरजी शर्मा ने दस्तखत किए।
9 महीने में दोनों रिपोर्ट बनेगी
इस अनुबंध के मुताबिक, 9 महीने में दोनों रिपोर्ट बन जाएगी। रिपोर्ट बनने के बाद इस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट तक डीपीआर बनी थी। उसमें 25 स्टेशन प्रस्तावित किए गए थे। इस रूट की संशोाधित डीपीआर का काम डीएमआरसी को दिया गया है। ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट के लिए 35.64 किलोमीटर ट्रैक बनाना पड़ेगा। यह जनपद का मेट्रो का सबसे लंबा ट्रैक होगा।
जिले का सबसे बड़ा मेट्रो ट्रैक होगा
जिले में सबसे लंबा ट्रैक नोएडा-ग्रेनो मेट्रो का करीब 29.7 किलोमीटर है। एक्सप्रेस मेट्रो में पांच से छह स्टेशन बनाए जाएंगे। इसकी गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी। इसका पहला स्टेशन नॉलेज पार्क टू और आखिरी स्टेशन नोएडा एयरपोर्ट टर्मिनल होगा। यह मेट्रो एक्सप्रेसवे के किनारे-किनारे जाएगी। इसको बनाने में करीब 5000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। अब डीएमआरसी इसकी डीपीआर नौ महीने में बनाकर दे देगा।
29.7 किलोमीटर का होगा ट्रैक
ग्रेटर नोएडा के परी चौक से शिवाजी पार्क स्टेडियम तक मेट्रो के लिए डीएमआरसी फिजबिलिटी रिपोर्ट बनाएगा। अगर इस रूट से ग्रेटर नोएडा जुड़ जाएगा तो दिल्ली व जेवर एयरपोर्ट आपस में मेट्रो से जुड़ जाएंगे। शिवाजी पार्क स्टेडियम मेट्रो स्टेशन पहले ही आईजीआई एयरपोर्ट के लिए बनाए गए डेडीकेटेड मेट्रो कॉरिडोर का स्टेशन है।