नोएडा एयरपोर्ट में रोही गांव के चार परिवार बन रहे बाधा, प्रशासन ने कहा- ‘कानूनी कार्रवाई के लिए मजबूर न करें’

BIG NEWS : नोएडा एयरपोर्ट में रोही गांव के चार परिवार बन रहे बाधा, प्रशासन ने कहा- ‘कानूनी कार्रवाई के लिए मजबूर न करें’

नोएडा एयरपोर्ट में रोही गांव के चार परिवार बन रहे बाधा, प्रशासन ने कहा- ‘कानूनी कार्रवाई के लिए मजबूर न करें’

Google Image | परिवार की मांग, पहले मुकदमा हो वापस, फिर छोड़ेंगे गांव

उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) प्रोजेक्ट में रोही गांव के चार परिवार बाधा बन रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट के लिए 6 गांवों के कुल 3033 परिवार विस्थापित होने हैं। इनमें से 3029 परिवार जेवर बांगर में विस्थापित हो चुके हैं। जबकि रोही गांव के चार परिवार मुआवजे की रकम लेने के बावजूद विस्थापन से पहले प्रशासन से अपनी गैरकानूनी शर्तें मनवाने पर अड़े हैं। 

इन 4 परिवारों में से एक परिवार रामकुमार पुत्र लखपत का है। रामकुमार पर साल 2020 में रोही गांव में पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों पर हुए पथराव की घटना में मुकदमा दर्ज है। वह नामजद है। इसीलिए ये परिवार विस्थापन से पहले इस मुकदमे को वापस लेने का दबाव बना रहा है। उनका कहना है कि जब तक जिला प्रशासन उनके खिलाफ नामजद मुकदमा वापस नहीं लेगा, तब तक उनका परिवार जेवर बांगर में शिफ्ट नहीं होगा। 

इसको लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद जिला प्रशासन ने पूरे मामले पर सख्ती बरती है। अफसरों का कहना है कि परिवार को मुआवजे की रकम पहले ही दी जा चुकी है। कानूनन अब 4 परिवारों को अब जेवर बांगर में शिफ्ट हो जाना चाहिए। लेकिन ये परिवार परिस्थितियों का फायदा उठाकर अपनी गैरकानूनी मांगे रखकर शासन-प्रशासन के कार्य में बाधा डाल रहे हैं। अगर इन्होंने विस्थापन नहीं किया, तो जिला प्रशासन इनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही करने के लिए बाध्य होगा।

जेवर एयरपोर्ट के प्रभावित परिवारों को जेवर बांगर में बसाया जा रहा है। 3033 परिवारों को यहां पर विस्थापित किया जाना है। ग्राम नगला फूल खां, नगला गणेशी, नगला छीतर, नगला शरीफ खां और दयानतपुर खेडा में विस्थापन का कार्य पूर्ण हो चुका है। ग्राम रोही में 1039 परिवारों में से इन मात्र 4 परिवारों को छोड़कर शेष परिवार विस्थापित हो चुके हैं। इसको लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर वायरल हो रहा है। अधिकारी इस परिवार से लगातार वार्ता कर समझाने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि परिवार एफआईआर समाप्त करने जैसी गैरवाजिब मांग रखकर अनावश्यक रूप से विस्थापन के कार्य को बाधित कर रहा है। सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो को दूसरा रंग दिया जा रहा है।

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