Greater Noida : कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 18 और 20 में बच्चों का अस्पताल बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसमें 7 जुलाई तक आवेदन किया जा सकता है। आवेदनकर्ता को 10 महीने में अस्पताल बनाना होगा। अब तक इस योजना में तीन आवेदन आ चुके हैं।
कोरोना की दूसरी लहर ने स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोल कर रख दी है। लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलना दूभर हो गया था। यमुना प्राधिकरण ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते अपने क्षेत्र में दो शिशु अस्पताल बनवाने का फैसला लिया है। इसके लिए योजना निकाल दी गई है। सेक्टर 18 और 20 में सौ सौ बेड का अस्पताल बनवाया जाएगा। इस योजना में 7 जुलाई तक आवेदन किया जा सकता है। अब तक तीन आवेदन आ चुके हैं। 10 माह में अस्पताल बनाने वाले को प्राथमिकता दी जाएगी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि अस्पताल की योजना में कई शर्ते रखी गई है। एक शर्त यह भी है कि 10 माह में अस्पताल बनाने वाले आवेदक को आवंटन में प्राथमिकता दी जाएगी।
मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए हरी झंडी का इंतजार
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में प्रदेश के बनने वाले पहले मेडिकल डिवाइस पार्क में भी संकट के बादल छाए हुए हैं। सरकार ने यीडा सिटी का प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार के पास भेजा था, लेकिन अब तक फैसला नहीं हो सका। यमुना प्राधिकरण ने इसके लिए सेक्टर 28 में 250 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली है। मेडिकल डिवाइस पार्क में 18 हजार करोड़ रुपये का निवेश होने की उम्मीद है। इससे यहां 35 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा। अब इसके लिए केंद्र सरकार के आदेश का इंतजार है।