नगला छीतर गांव के विस्थापित किसानों को 700 भूखंड सौंपे जा रहे हैं
पहले 238 प्रभावित परिवारों को भूखंड आवंटित किया गया था
जेवर बांगर में करीब 49 हेक्टेयर जमीन पर भूखंड विकसित किया जा रहा है
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से प्रभावित गांवों के किसानों को जेवर बांगर में विस्थापित किया जा रहा है। उनके रिहाइश के लिए वहां विकास कार्य कराए गए हैं। गुरूवार, 25 मार्च को नगला छीतर गांव के विस्थापित किसानों को 700 भूखंड सौंपे जा रहे हैं। यमुना प्राधिकरण ने इसी हफ्ते इन प्लॉट्स को विकसित कर जिला प्रशासन को सौंपा था। इससे पहले 238 प्रभावित परिवारों को भूखंड आवंटित किया गया था।
बताते चलें कि विस्थापितों के लिए जेवर बांगर में करीब 49 हेक्टेयर जमीन पर भूखंड विकसित किया जा रहा है। शासन ने इसकी जिम्मेदारी यमुना प्राधिकरण को सौंपी है। यहां पर विस्थापित 3627 परिवारों को बसाया जाएगा। इन नए प्लॉट में आधुनिक सुविधाएं विकसित करने की जिम्मेदारी भी यमुना प्राधिकरण को दी गई है। यहां नाली, सड़क, सीवर लाइन, पेयजल लाइन, स्कूल, बिजली घर, धार्मिक स्थल जैसी बुनियादी और आवश्यक जरूरतों का प्रबंध किया जा रहा है।
6 मार्च को आवंटित किए गए थे भूखंड
यमुना प्राधिकरण ने इसी महीने 6 मार्च को 240 भूखंड जिला प्रशासन को सौंप दिया था। प्रशासन ने नगला गणेशी गांव के विस्थापित किसानों को 238 भूखंड आवंटित कर दिए हैं। अब किसान यहां पर अपने आवास बनाएंगे। इसके लिए शासन स्तर से कुछ राशि भी मुहैया कराई जा रही है। जेवर एयरपोर्ट के लिए 3627 परिवारों को विस्थापित किया जा रहा है। इन सबको जेवर क्षेत्र के जेवर बांगर में बसाया जा रहा है। किसानों के लिए आवंटित इन नए प्लॉट में सेक्टर जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। लाभार्थी परिवारों को यहां हर तरह की सुविधाएं मिलेंगी।