यमुना नदी के बहाव को ध्यान में रखकर बनेंगे जेवर एयरपोर्ट के रनवे, आज हुई बैठक में लिए गए बड़े फैसले

Jewar Airport: यमुना नदी के बहाव को ध्यान में रखकर बनेंगे जेवर एयरपोर्ट के रनवे, आज हुई बैठक में लिए गए बड़े फैसले

यमुना नदी के बहाव को ध्यान में रखकर बनेंगे जेवर एयरपोर्ट के रनवे, आज हुई बैठक में लिए गए बड़े फैसले

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

  • - जेवर एयरपोर्ट के दायरे में आने वाले तालाबों होंगे शिफ्ट
  • - यमुना प्राधिकरण 9 तालाब खोदेगा
  • - इन 9 तालाबों की जमीन 14 तालाबों से दोगुनी होगी
  • - पूरे प्रोटेक्ट में 24.79 करोड़ रुपये खर्च होंगे
Jewar Airport News : जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) परियोजना को लेकर बुधवार को यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) में बैठक हुई। यमुना नदी (Yamuna River) के बहाव को ध्यान में रखकर जेवर एयरपोर्ट के रनवे बनेंगे। इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। इनमें कनेक्टिविटी और एयरपोर्ट की जमीन से गुजर रहे नालों के बहाव पर चर्चा हुई है। अब प्रोजेक्ट को लेकर हर महीने की 10 तारीख को मंथन होगा। दूसरी ओर यमुना प्राधिकरण और गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन कम्पनी को जमीन देनेके लिए तेजी से काम कर रहे हैं।

यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि बुधवार को जेवर एयरपोर्ट को लेकर बैठक हुई है। कई मुद्दों पर फैसले लिए गए हैं। पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश सरकार के साथ स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट हुआ है। जिसमें एयरपोर्ट की रोड कनेक्टिविटी यमुना प्राधिकरण की जिम्मेदारी है। इसे लेकर बैठक में चर्चा की गई है। एयरपोर्ट परियोजना में सड़क, नाला, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, बिजली की लाइन और पावर स्टेशन को शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए भी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिला प्रशासन और नियाल के अफसरों ने प्लान बनाया है। दोनों कंपनियों के सीईओ बैठक में शामिल हुए।

14 तालाब शिफ्ट होंगे, नए दोगुना बड़े बनेंगे
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दायरे में आने वाले तालाबों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। परियोजना में 14 तालाब हैं। इनको दूसरी जगह खुदवाया जा रहा है। इनका क्षेत्रफल दोगुना ज्यादा होगा। इनका तालाबों का सौंदर्यीकरण भी करवाया जाएगा। ये सारे तालाब 3.85 हेक्टेयर में दयानतपुर, रोही, पारोही और किशोरपुर गांवों में हैं। डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट का काम शुरू होने से पहले इन तालाबों को दूसरी जगह शिफ्ट करना है। अब तालाब आकलपुर, फलैदा बांगर और तकीपुर बांगर में खोदे जा रहे हैं। इनका क्षेत्रफल 6.3370 हेक्टेयर है।

प्रशासन ने तालाबों की जमीन प्राधिकरण को दी
जिला प्रशासन ने परियोजना में आने वाले तालाबों के बदले दोगुनी जमीन यमुना प्राधिकरण को सौंप दी है। अब प्राधिकरण इन तालाबों की खुदाई करवा रहा है। तालाबों के चारों और रास्ते बनेंगे। पेड़-पौधे लगाकर लोगों के लिए वहां टहलने और जॉगिंग की सुविधा होगी। फल-फूल के पौधों के अलावा फुटपाथ भी बनाया जाएगा। बैठने के लिए बेंच बनाई जाएंगी। छायादार पेड़-पौधे लोगों को गर्मी में भी राहत देंगे। यमुना प्राधिकरण 9 तालाब खोदेगा, लेकिन इन 9 तालाबों की जमीन 14 तालाबों से दोगुनी होगी।

परियोजना में आने वाले तालाब
गांव का नाम         तालाबों की संख्या
दयानतपुर             6
किशोरपुर              1
रोही                      6
पारोही                   1
कुल जमीन           3.85 हेक्टेयर

स्कूल और नालों को शिफ्ट करने का काम शुरू
एयरपोर्ट परियोजना में आ रहे पथवाया नाले को शिफ्ट किया जा रहा है। इसके लिए 24.79 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नाले की शिफ्टिंग का काम सिंचाई विभाग कर रहा है। जेवर एयरपोर्ट पहले चरण में 1334 हेक्टेयर जमीन में बनाया जा रहा है। दयानतपुर और रोही में तीन-तीन सरकारी स्कूल हैं। छह स्कूलों की जगह अब दो उच्च प्राथमिक विद्यालय बनाए जाएंगे। एक विद्यालय में 19 और दूसरे विद्यालय में 5 कमरे होंगे। परियोजना में 5 आंगनबाड़ी केंद्र आ गए हैं। इन आंगनबाड़ी केंद्रों को इन्हीं स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा। स्कूल जेवर बांगर में बनाए जा रहे हैं। जेवर बांगर में प्रभावित परिवारों को बसाया जा रहा है।  

पीडब्ल्यूडी को सड़कों को शिफ्ट करेगा
किशोरपुर से बनवारीवास मार्ग                1.15 किलोमीटर
एचएसके से बनवारीवास मार्ग 1.81 किलोमीटर
एचएसके से नगरा छीतर मार्ग 1.81 किलोमीटर
नगरा छीतर से नगला शरीफ खान मार्ग 0.5 किलोमीटर
एचएसके से रोही मार्ग 1.75 किलोमीटर
एचएसके से रन्हेरा मार्ग 1 किलोमीटर
एचएसके से नगला गणेशी मार्ग 0.9 किलोमीटर
जेवर-रबूपुरा से दयानतपुर खेड़ा मार्ग 0.650 किलोमीटर
एचएसके से रामनेर मार्ग 0.6 किलोमीटर

"बुधवार को हुई बैठक में एयरपोर्ट परियोजना में आने वाले स्कूल, तालाब, सड़कों, अस्पताल, आंगनबाड़ी केंद्र और बिजली की लाइन आदि को शिफ्ट करने की योजना की समीक्षा ही गई है। सरे विभाग इन कामों को कर रहे हैं। इनको शिफ्ट करने के बाद ही परियोजना का काम शुरू होगा। स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र किसान परिवारों के लिए बनाई जा रही टाउनशिप में बनेंगे।
- डॉ.अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण
 

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