जेवर एयरपोर्ट को जमीन देने वाले 3003 किसानों की खुली लॉटरी, टाउनशिप में मिले प्लॉट, अब 60 दिनों में खाली करेंगे गांव

Breaking News : जेवर एयरपोर्ट को जमीन देने वाले 3003 किसानों की खुली लॉटरी, टाउनशिप में मिले प्लॉट, अब 60 दिनों में खाली करेंगे गांव

जेवर एयरपोर्ट को जमीन देने वाले 3003 किसानों की खुली लॉटरी, टाउनशिप में मिले प्लॉट, अब 60 दिनों में खाली करेंगे गांव

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Jewar Airport : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए भूखंड आवंटन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। प्रभावित परिवारों को जेवर बांगर में बसाई जा रही टाउनशिप में 3,003 भूखंड आवंटित किए गए हैं। यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) की ओर से प्रक्रिया के तहत सोमवार को दयानतपुर खेड़ा के प्रभावित परिवारों को 243 भूखंडों का आवंटन किया गया। आपको बता दें कि इस कोरोना महामारी के दौरान यमुना प्राधिकरण ने यह काम पूरा किया है।

यमुना प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट के लिए 1,334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इससे नंगला गणेशी, नंगला शरीफ, नंगला फूलखां, नंगला छीतर, किशोरपुर, रोही और दयानतपुर खेड़ा की आबादी प्रभावित हुई है। इनके पुनर्वास के लिए जेवर बांगर में भूखंड आवंटित किए गए हैं। जेवर बांगर में प्रत्येक गांव के लिए एक अलग ब्लॉक विकसित किया गया है। प्राधिकरण ने बताया कि प्रभावित परिवारों को भूखंड आवंटन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इस प्रक्रिया के अंतिम चरण में दयानतपुर खेड़ा के प्रभावित परिवारों को 243 भूखंडों का आवंटन हुआ।

ग्रामीणों की सुविधा के लिए ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया का प्रसारण किया गया। जिसमें जूम एप के जरिए आवंटन प्रक्रिया की निगरानी के लिए सेवानिवृत जज जेपी गुप्ता, सेवानिवृत आईएएस योगेंद्र नारायण और ओएसडी शैलेंद्र भाटिया जुड़े रहे। ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि ग्रामीणों को तय समय सीमा में पुनर्वास स्थल पर निर्माण कार्य करके मूल स्थान से कब्जा हटाना होगा। अधिगृहीत जमीन पर कब्जा लेने के लिए यमुना प्राधिकरण पहले ही एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी को पत्र भेज चुका है।

कोरोना के बावजूद प्राधिकरण ने युद्ध स्तर पर काम किया
जेवर एयरपोर्ट परियोजना के प्रभावित परिवारों को जेवर बांगर में बसाने के लिए यमुना प्राधिकरण ने युद्ध स्तर पर काम किया। तय समय से पहले भूखंडों को विकसित करके प्रभावित परिवारों को आवंटित करा दिया गया। अब प्रभावित परिवारों को वहां जल्द से जल्द अपना काम करना है। यहां पर अपने मकान बनाकर शिफ्ट होना है ताकि एयरपोर्ट परियोजना का काम सुचारू रूप से चल सके। उम्मीद है कि जल्दहल ही एयरपोर्ट की विकास कर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट जमीन पर कब्जा ले लगी।

किस गांव के कितने परिवारों को मिले भूखंड
गांव                    भूखंडों की संख्या
नगला गणेशी            238
नगला छीतर             767
नगला फूलखां            175
नगला शरीफ             529
किशोरपुर                 12
रोही                        1039
दयानतपुर खेड़ा         243

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