आज से शुरू हुआ जेवर एयरपोर्ट का करार, तीन साल में आरंभ होंगी उड़ानें, जानें एग्रीमेंट की शर्तें

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आज से शुरू हुआ जेवर एयरपोर्ट का करार, तीन साल में आरंभ होंगी उड़ानें, जानें एग्रीमेंट की शर्तें

Tricity Today | Jewar Airport

  • विकासकर्ता कंपनी से 40 साल का करार 1 अक्टूबर से शुरू हो गया है
  • एयरपोर्ट से उड़ानों का संचालन 30 सितंबर 2024 से पहले शुरू हो जाएगा
  • विकासकर्ता कंपनी को 40 साल का लाइसेंस दिया गया है
  • एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 सेक्टर में मूर्त रूप लेगा
Gautam Buddh Nagar : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के लिए आज खास दिन है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) और विकासकर्ता कंपनी के बीच 40 साल का करार आज से शुरू हो गया है। इस खास मौके पर कंपनी ने राज्य और केंद्र सरकार समेत सभी विभागों का धन्यवाद दिया है, जिनकी बदौलत प्रोजेक्ट मूर्त रूप ले रहा है। बताते चलें कि इस एयरपोर्ट से उड़ानों का संचालन 30 सितंबर 2024 से पहले शुरू हो जाएगा। फिलहाल इसके निर्माण का काम शुरू हो गया है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका शिलान्यास करेंगे। नवंबर में शिलान्यास की संभावना जताई जा रही है।

एक अक्टूबर से शुरू हुआ करार
जेवर एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए स्विस कंपनी के साथ अनुबंध किया गया है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड एयरपोर्ट को विकसित करेगी। नियाल ने विकासकर्ता कंपनी को 40 साल का लाइसेंस दिया है। 40 साल का यह समय आज, एक अक्टूबर 2021 से शुरू हो गया है। इसके लिए गुरुवार को लखनऊ में अनुबंध किया गया। अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, नियाल के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह, नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया और वाईआईएपीएल के सीईओ क्रिस्तोफ सेलमैन ने दस्तखत किए। विकासकर्ता कंपनी का 40 साल का समय 1 अक्टूबर से शुरू हो गया।

तीन साल में शुरू करना होगा संचालन
अनुबंध के मुताबिक कंपनी को 3 साल के भीतर एयरपोर्ट का संचालन शुरू करना होगा। यानी कंपनी 30 सितंबर 2024 से पहले एयरपोर्ट का संचालन शुरू कर देगी। एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 सेक्टर में मूर्त रूप लेगा। पहले चरण की शुरुआत 2 रनवे से होगी। कंपनी ने एयरपोर्ट की साइट पर काम शुरू कर दिया है। वहां पर समतलीकरण और चारदीवारी का काम सबसे पहले किया जाएगा। विकासकर्ता कंपनी ने इसके लिए कई एजेंसियों का चयन किया है, जो इस काम को करेंगी। एयरपोर्ट के नोडल अफसर शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि विकासकर्ता कंपनी का 40 साल का समय 1 अक्टूबर से शुरू हो गया है। कंपनी को 3 साल के भीतर एयरपोर्ट का संचालन शुरू करना होगा। कंपनी ने साइट पर कार्य शुरू करा दिया है।

दो चरण में बनेगा टर्मिनल-1    
पहले टर्मिनल T-1 को दो चरण में बनाया जाएगा। इसका एक हिस्सा 3 साल में वर्ष 2024 में शुरू हो जाएगा। इसके बाद हर साल 1.2 करोड़ मुसाफिर यात्रा करेंगे। बाद में इसे दूसरे चरण में विस्तार दिया जाएगा। इसके बाद टर्मिनल-1 से हर साल 3 करोड लोग उड़ान भरेंगे। फेस 3 में यहां यात्रियों के संचालन की क्षमता सालाना 5 करोड़ हो जाएगी। चौथे चरण में एयरपोर्ट के पूरी तरह ऑपरेशनल होने के बाद यहां से हर साल करीब सात करोड़ मुसाफिर यात्रा करेंगे। टर्मिनल टू का भी काम दो चरणों में पूरा किया जाएगा। टर्मिनल टू से भी हर साल चार करोड़ लोग यात्रा करेंगे। यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए टर्मिनल-1 और टर्मिनल-2 को इंटरकनेक्ट रखा जाएगा। दोनों टर्मिनल पर बनने वाले फोर्टकोर्ट को ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन सेंटर से सीधे जोड़ा जाएगा।

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