जेवर एयरपोर्ट को 2000 करोड़ रुपए मिले, अयोध्या एयरपोर्ट का नाम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा

BIG BREAKING : जेवर एयरपोर्ट को 2000 करोड़ रुपए मिले, अयोध्या एयरपोर्ट का नाम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा

जेवर एयरपोर्ट को 2000 करोड़ रुपए मिले, अयोध्या एयरपोर्ट का नाम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा

Tricity Today | Yogi Adityanath

योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने सोमवार को अपना पांचवां बजट पेश किया है। राज्य के वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने पहली बार पेपरलैस बजट पेश किया। इसके अलावा यह अब तक का उत्तर प्रदेश सरकार का सबसे बड़ा बजट है। खास बात यह है कि गौतमबुद्ध नगर के हिस्से में भारी भरकम 2000 करोड़ रुपए आए हैं। यह धनराशि राज्य सरकार ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar Airport) का विस्तार करने के लिए आवंटित की है। राज्य में नागरिक उड्डयन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बड़ा बजट आवंटित किया है। वित्तमंत्री ने सदन में घोषणा की कि अयोध्या में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा गया है।

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में घोषणा की कि अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए 101 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में बजट भाषण के दौरान कहा कि जनपद अयोध्या में निर्माणाधीन एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा अयोध्या होगा। इसके लिए 101 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित की गई है। इसके अलावा जेवर एयरपोर्ट में हवाई पट्टियों की संख्या 2 से बढ़ाकर 6 करने का निर्णय लिया गया है। पूर्ण विकास होने के बाद यह न केवल भारत बल्कि एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन जाएगा।

वित्तमंत्री ने कहा, "जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने केवल गौतमबुद्ध नगर बल्कि उत्तर प्रदेश के विकास का ग्रोथ इंजन बनेगा। इस परियोजना के लिए 2000 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित की जा रही है। एयरपोर्ट के लिए पहले चरण का भूमि अधिग्रहण पूरा हो चुका है। यह बजट दूसरे चरण के लिए जरूरी जमीन खरीदने के लिए आवंटित किया जा रहा है।"

आवासी योजना में 9 साइज के भूखंडों का आवंटन होगा -
यमुना प्राधिकरण आवासीय भूखंडों की योजना लाने जा रहा है। इसमें 60 वर्ग मीटर, 90, 120, 200, 300, 500, 1000, 2000 और 4000 वर्ग मीटर के भूखंड होंगे। 20 फरवरी को लांच होने वाली इस योजना में ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन किए जा सकेंगे। इसके साथ ही प्राधिकरण ने 20 फरवरी को ही औद्योगिक भूखंडों की योजना लाने जा रहा है। इस योजना में 300 वर्ग मीटर, 450, 1000, 1800, 1952, 8300 वर्ग मीटर के भूखंड होंगे।

यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि सेक्टर-32-33 में जनरल/एमएसएमई के लिए 296 भूखंड हैं। टॉय सिटी में 24, हैंडीक्राफ्ट और फर्नीचर यूनिट के लिए 47 भूखंड हैं। सिंह का कहना है कि भूखंडों की संख्या कम-अधिक हो सकती है। इस बार औद्योगिक आवंटन में एक नई शर्त जोड़ी गई है ताकि सही लोगों को आवंटन किया जा सके। 2019-20 में जीएसटी रिर्टन दाखिल करने वाली कंपनी को ही आवेदन करने का मौका मिलेगा। सभी श्रेणी में स्टार्टअप के लिए 20 प्रतिशत आरक्षण रहेगा। स्टार्टअप में आवेदन करने के लिए डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (डीपीआईआईटी) में रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी होगा।

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