इन चार चेहरों पर टिका है जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट, जानिए किसकी क्या होगी भूमिका

BIG NEWS: इन चार चेहरों पर टिका है जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट, जानिए किसकी क्या होगी भूमिका

इन चार चेहरों पर टिका है जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट, जानिए किसकी क्या होगी भूमिका

Tricity Today | इन चार चेहरों पर टिका है जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट

Jewar Airport News: जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। उम्मीद है कि 15 अप्रैल के आसपास एयरपोर्ट का शिलान्यास किया जाएगा। इस परियोजना को यहां तक लाने और अब आगे बढ़ाने में वैसे तो बहुत सारे लोगों ने भूमिका निभाई हैं, लेकिन चार चेहरों ने बड़ा योगदान दिया है। अभी तक क्षेत्रफल की दृष्टि से यह दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा हवाई अड्डा होता लेकिन अब यह दुनिया चौथा सबसे बड़ा हवाई अड्डा (Biggest Airports in the World) बनाया जाएगा। अब इसका क्षेत्रफल 5,000 से बढ़कर 5,845 हेक्टेयर होगा।

जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह ने दिलाई जमीन, विस्थापन में होगी ख़ास भूमिका
विधायक बनते ही धीरेन्द्र सिंह ने विधान मंडल दल की बैठक में जेवर हवाई अड्डा बनाने की मांग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की। एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण शुरू किया। स्थानीय किसान ज्यादा मुआवजा मांग रहे थे और जमीन देने के लिए तैयार नहीं थे। धीरेन्द्र सिंह गांवों में किसानों के पास पहुंचे। झोली फैलाकर क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखकर जमीन देने की अपील की। किसान धीरेन्द्र सिंह की अपील पर तैयार हो गए और उनके नेतृत्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले। किसानों ने लखनऊ जाकर अपनी जमीन के कागजात सौंपे। पहले चरण की जमीन का अधिग्रहण पूरा हो गया है। अब दूसरे चरण के लिए अधिग्रहण प्रक्रिया पर काम शुरू हो गया है।

नगला गणेशी गांव में ग्रामीणों को समझते हुए धीरेन्द्र सिंह, साथ में डीएम सुहास एलवाई।नगला गणेशी गांव में ग्रामीणों को समझते हुए धीरेन्द्र सिंह, साथ में डीएम सुहास एलवाई।

अप्रैल के पहले सप्ताह में जमीन हवाई अड्डा बना रही कम्पनी को सौंपनी है। जिसके लिए नगला गणेशी गांव का सबसे पहले विस्थापन किया जाना है। जिला प्रशासन ने विस्थापन की प्रक्रिया शुरू की तो किसान असहज महसूस करने लगे। इस पर धीरेन्द्र सिंह 11 मार्च को जिलाधिकारी सुहास एलवाई के साथ नगला गणेशी गांव गए। किसानों की समस्याएं सुनीं और 3 दिनों में समाधान करने का आश्वासन दिया। धीरेन्द्र सिंह की अपील फिर एकबार किसान गांव ख़ाली करने को तैयार हो गए। अभी किसानों के पुनर्वास और पुनर्स्थापना में धीरेन्द्र सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।

यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा
जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को धरातल पर लाने में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अरुणवीर सिंह की गिनती उत्तर प्रदेश आईएएस कैडर में बेहद कर्मठ और ईमानदार अधिकारियों में होती है। करीब 2 वर्ष पहले वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करवाने के लिए उन्हें केंद्र सरकार से दो बार एक्सटेंशन दिलवाया है। अरुणवीर सिंह का गौतमबुद्ध नगर जिले में लंबा कार्यकाल रहा है। बेदाग छवि के चलते उन पर स्थानीय किसानों को बेहद भरोसा है। यही वजह रही कि पारदर्शिता के साथ यह परियोजना धरातल पर उतर पाई। करीब 2 सप्ताह पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ स्टेट एमओयू साइन करते हुए अरुणवीर सिंह को किसानों के पुनर्वास और पुनर्स्थापना की जिम्मेदारी को गंभीरता के साथ निभाने की जिम्मेदारी दी है। 


जेवर बांगर में किसानों के लिए बसाई जा रही टाउनशिप का दौरा मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह और डीएम सुहास एलवाई ने किया।

अरुणवीर सिंह की निगरानी में किसानों के लिए जेवर बांगर में सुविधा संपन्न टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। बड़ी बात यह है कि नया भूमि अधिग्रहण कानून लागू होने के बाद देश में यह पहला पुनर्वास प्रोजेक्ट है। विशेषज्ञों का तो यहां तक कहना है कि यह पुनर्वास परियोजना देश के लिए मॉडल और मील का पत्थर साबित होगी। करीब 2 महीने बाद अरुणवीर सिंह का विस्तारित कार्यकाल समाप्त होने वाला है। ऐसे में राज्य सरकार के सामने एक और चुनौती उनका काबिल उत्तराधिकारी तलाश करना होगी। संभावना यह भी है कि एक्सेप्शनल केस मानते हुए उन्हें एक बार फिर एक्सटेंशन दिया जा सकता है।

सुरेंद्र सिंह को नागरिक उड्डयन विभाग से मेरठ का कमिश्नर बनाकर भेजा
जेवर हवाई अड्डा परियोजना को मूर्त रूप देने में मेरठ के मंडलायुक्त की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। वह भूमि अधिग्रहण से लेकर पुनर्स्थापना परियोजना में कई महत्वपूर्ण समितियों के मुखिया हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन निदेशालय के डायरेक्टर सुरेंद्र सिंह को स्थानांतरित करके मेरठ भेजा है। दरअसल, तत्कालीन मंडलायुक्त अनीता मेश्राम हवाई अड्डा परियोजना को लेकर गंभीरता के साथ काम नहीं कर रही थीं। ऐसे में सुपरविजन करने के लिए एक तेजतर्रार और भरोसेमंद अफसर की जरूरत थी। जिसके लिए सुरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री ने उपयुक्त समझा है। 

बतौर मंडलायुक्त कार्यकाल संभालने के तुरंत बाद सुरेंद्र सिंह ने सोमवार को किसानों के लिए जेवर में बसाई जा रही टाउनशिप का दौरा किया। तमाम अफसरों को बुलाकर प्रगति की जानकारी ली। बाकी कामकाज जल्दी से जल्दी खत्म करने का आदेश दिया है। मंडलायुक्त ने एयरपोर्ट की साइट और प्रभावित होने वाले गांवों का दौरा भी किया है। उन्होंने जिलाधिकारी सुहास एलवाई को दूसरे चरण की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया और पहले चरण में विस्थापन से प्रभावित किसानों की समस्याएं प्राथमिकता और शीघ्रता से निस्तारित करने का आदेश भी दिया है। आने वाले दिनों में सुरेंद्र सिंह की भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाएगी। सुरेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश कैडर में वर्ष 2005 के आईएएस अफसर हैं। वह मूल रूप से मथुरा जिले के निवासी हैं।


जेवर एयरपोर्ट के लिए स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट साइन करवाते हुए यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह।

सुहास एलवाई के कंधों पर प्रोजेक्ट को निर्बाध पूरा करवाने की जिम्मेदारी
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को जब यहां पोस्टिंग दी गई थी तो उनके ऊपर दो बड़ी जिम्मेदारियां थीं। सबसे पहले उन्हें कोरोनावायरस के संक्रमण से निपटना था। सामांतर रूप से जेवर में हवाई अड्डा प्रोजेक्ट पर काम करना था। हालांकि, उनके आने से पहले भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका था, लेकिन किसानों को मुआवजा बांटने, नौकरी के सापेक्ष धनराशि देने, पुनर्वास के लिए भूखंडों का आवंटन और आवासीय जमीनों का आंकलन करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी। इसका सुहास एलवाई के नेतृत्व में गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन में बेहद पारदर्शी ढंग से पूरा किया है। अब आने वाले दिनों में उनके सामने कई और बड़ी चुनौती हैं। मसलन, उन्हें रोही जैसे बड़े गांव को पुनर्स्थापित कराना है। दूसरे चरण के लिए भूमि का अधिग्रहण करवाना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों समीक्षा बैठक में खासतौर से जिलाधिकारी को संबोधित करके बेहद सहज और सामान्य ढंग से यह काम अंजाम देने को कहा है। मुख्यमंत्री ने खासतौर से जोर दिया है कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। यही वजह है कि सुभाष एलवाई स्थानीय विधायक धीरेंद्र सिंह के साथ गांवों में जाकर बैठक के कर रहे हैं। किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए उन्होंने अपर जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारी स्तर के अफसरों की टीम लगाई है। सुहास एलवाई कर्नाटक के हासन जिले के रहने वाले हैं। इसके बावजूद उनकी हिन्दी बेहद शानदार है। ठेठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पोस्टिंग के बावजूद उन्होंने भाषा की इस बाधा को खूबसूरती से पार किया है।

विधायक धीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जमीन के दस्तावेज सौंपते हुए।

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