जेवर एयरपोर्ट के बेहद करीब हैं यह 12 बड़े शहर, जानिए कौन सा शहर कितना दूर

खास खबर : जेवर एयरपोर्ट के बेहद करीब हैं यह 12 बड़े शहर, जानिए कौन सा शहर कितना दूर

जेवर एयरपोर्ट के बेहद करीब हैं यह 12 बड़े शहर, जानिए कौन सा शहर कितना दूर

Tricity Today | पीएम मोदी ने किया था शिलान्यास (File Photo)

Jewar Airport News : 25 नवंबर 2021 गुरुवार को जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास हुआ है। यह एक ऐसा एयरपोर्ट है, जिससे ना केवल नोएडा ग्रेटर नोएडा ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली के आसपास में स्थित 27 जिलों को बड़ा फायदा होगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए यह एक बहुत बड़ी सौगात है। इस एयरपोर्ट के नजदीक बहुत सारे शहर आ रहे हैं। दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दूरी कुल 70 किलोमीटर ही है।

नोएडा हेलीपैड से कुल 18 किलोमीटर दूर
इसके अलावा नोएडा हेलीपैड से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 18 किलोमीटर, ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 28 किलोमीटर, मथुरा से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 85 किलोमीटर, आगरा से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 130 किलोमीटर, दादरी से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 40 किलोमीटर है।

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फरीदाबाद और गाजियाबाद भी दूर नहीं
वहीं, फरीदाबाद से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 40 किलोमीटर, गुडगांव से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 65 किलोमीटर, गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 40 किलोमीटर, मेरठ से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 125 किलोमीटर, मुरादाबाद से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 184 किलोमीटर और अलीगढ़ से जेवर एयरपोर्ट की दूरी कुल 45 किलोमीटर है।

1036 दिनों में पहली उड़ान
सबके दिमाग में एक ही सवाल घूम रहा है कि जेवर में बन रहे इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली उड़ान कब भरी जाएगी ? इस सवाल का जवाब शैलेंद्र भाटिया ने ट्राईसिटी टुडे से बात करते हुए दिया है। शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि 1 अक्टूबर से ठीक 1,036 दिनों के भीतर जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली उड़ान भरी जाएगी। यह वक्त बकायदा कागज पर लिखकर तय किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार की मध्यस्था में जमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड और यूरिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के बीच यह करार हुआ है। साफ तौर पर कहा जाए तो 29 सितंबर 2024 से पहले इस एशिया के सबसे बड़े जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली उड़ान भरी जाएगी।

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अगर समय पर नहीं बना तो क्या होगा 
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि जब बिल्डर ज्यूरिख एजी और यूपी सरकार ने समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, तो यह फैसला लिया गया था कि कंपनी बैंक गारंटी का 0.1 प्रतिशत भुगतान करने के लिए जिम्मेदार होगी। अगर प्रॉजेक्ट डेडलाइन को पार कर करता है तो कंपनी को हर दिन मुआवजे के तौर पर एक रकम देनी होगी। ज्यूरिख ने बैंक गारंटी के तौर पर 100 करोड़ रुपए जमा किए थे। यानी किसी भी तरह की देरी के लिए उसे रोजाना 10 लाख रुपए का जुर्माना भरना होगा। वाईआईएपीएल ज्यूरिख एजी की सहायक कंपनी है, जिसे हवाई अड्डे के निर्माण का काम सौंपा गया है। 

सबको पीछे छोड़ देगा जेवर एयरपोर्ट
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 6,200 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जाएगा। यमुना प्राधिकरण ने इसका 355 हेक्टेयर क्षेत्रफल हाल ही में बढ़ाया है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार चरण में किया जाएगा। पहला चरण 2024 तक पूरा होगा। इसमें 1,334 हेक्टेयर जमीन का विकास होगा। पहले चरण में 12 मिलियन क्षमता पैसेंजर के साथ निर्माण कार्य शुरू होगा। दूसरे चरण साल 2032 तक पूरा होगा। तीसरा चरण 2037 और चौथा चरण 2050 तक पूरा होगा। चौथा चरण 70 मिलियन पैसेंजर का होगा। इस तरह चारों चरण को मिलाकर यह 29,560 करोड रुपए की परियोजना है।

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