यमुना अथॉरिटी पर पैसे की बरसात, आमदनी 250% बढ़ी, रेवेन्यू में आया बड़ा उछाल, बजट 23% बढ़ा

जेवर एयरपोर्ट का असर : यमुना अथॉरिटी पर पैसे की बरसात, आमदनी 250% बढ़ी, रेवेन्यू में आया बड़ा उछाल, बजट 23% बढ़ा

यमुना अथॉरिटी पर पैसे की बरसात, आमदनी 250% बढ़ी, रेवेन्यू में आया बड़ा उछाल, बजट 23% बढ़ा

Tricity Today | Yamuna Authority

Yamuna Authority News : जेवर के पास नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (Noida International Airport) बन रहा है। यह न केवल भारत बल्कि एशिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा होगा। इसकी शुरुआत अगले साल की शुरुआत में हो जाएगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का असर यहां के प्रॉपर्टी बाजार पर साफ-साफ देख सकते हैं। दूसरी ओर यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) को भी इस मेगा इंफ्रास्ट्रक्चरल प्रोजेक्ट का बड़ा फायदा मिल रहा है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 4 वर्षों के दौरान यमुना अथॉरिटी घाटे से उबरकर मुनाफा देने वाला सरकारी निकाय बन गया है। सोमवार को प्राधिकरण की बोर्ड बैठक हुई। इस दौरान सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के दौरान पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 250% ज्यादा शुद्ध मुनाफा यमुना अथॉरिटी ने हासिल किया है। अथॉरिटी के रेवेन्यू में भी बड़ा उछाल दर्ज किया गया है।

आय के साथ खर्च में भी इजाफा
डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 31 जनवरी 2022 तक यमुना अथॉरिटी को 1,529.80 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला था। चालू वित्त वर्ष में 31 जनवरी 2023 तक प्राधिकरण को 1,715.59 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला है। सीईओ ने कहा, "जिस तरह प्राधिकरण की आय बढ़ी है, उसी तरह खर्चों में भी बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 31 जनवरी 2022 तक यमुना प्राधिकरण ने 1,159.82 करोड़ रुपए खर्च किए थे। जबकि चालू वित्त वर्ष में 31 जनवरी 2023 तक अथॉरिटी ने 1,251.60 करोड़ रुपए के भुगतान किए हैं। इस तरह साफ अंदाजा लगा सकते हैं कि जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का असर यमुना प्राधिकरण की माली हालत पर सकारात्मक रूप से पड़ रहा है।"

प्राधिकरण को 404 करोड़ रुपए शुद्ध लाभ
सीईओ ने आगे कहा, "प्राधिकरण की शुद्ध आय भी बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में प्राधिकरण को 404 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। यह वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले लगभग 250% ज्यादा है। मतलब, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान प्राधिकरण को 170 करोड़ रुपए की शुद्ध आय हुई थी।" डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने कहा कि पिछले 4 वर्षों से प्राधिकरण लगातार लाभ अर्जित कर रहा है। आपको बता दें कि एक वक्त था, जब यमुना प्राधिकरण करीब 3,500 करोड़ रुपए के घाटे में था। पिछले 4 वर्षों से प्राधिकरण ने लाभ अर्जित किया है। साथ ही ऋण को घटाया है। इस साल प्राधिकरण में कोई कर्जा नहीं लिया है, बल्कि कर्ज के 533.11 करोड़ रुपए वापस लौटाए हैं।

बजट बढ़कर 5,575 करोड रुपए हुआ
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने आगामी वित्त वर्ष 2023-24 का बजट भी पेश किया है। 31 मार्च 2023 को खत्म होने वाले वित्त वर्ष के मुकाबले अगले वित्त वर्ष (2023-24) का बजट 23% ज्यादा है। एक आधिकारिक बयान में यमुना अथॉरिटी की ओर से बताया गया है कि अगले वित्त वर्ष में प्राधिकरण की आमदनी 5,574.85 करोड रुपए रखी गई है। इसी तरह तमाम विकास योजनाओं पर खर्च का लक्ष्य 5,569.61 करोड रुपए निर्धारित किया गया है। अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने कहा, "इस साल प्राधिकरण ने कोई कर्ज नहीं लिया है बल्कि कर्ज चुकाया है। अथॉरिटी ने इस साल 533.11 करोड़ रुपए का ऋण वापस किया है। 1 अप्रैल 2023 से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के लिए 23% ज्यादा बजट प्रस्तावित है।  अगर वित्त वर्ष 2022-23 के पुनरीक्षित बजट से तुलना की जाए तो अगले वित्त वर्ष का बजट लगभग 2 गुना बड़ा है।"

अथॉरिटी को 5,574.85 करोड़ रुपए की आय होगी
सीईओ ने बताया कि 1 अप्रैल 2023 से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के दौरान यमुना अथॉरिटी को 5,574.85 करोड़ रुपए के राजस्व की प्राप्तियां होंगी। आने वाले दिनों में प्राधिकरण को जमीन की ज्यादा जरूरत पड़ेगी। इसके लिए 1,530 करोड़ रुपए के ऋण लिए जाएंगे। प्राधिकरण अपनी ओर से 1,731 करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण के लिए आवंटित किए हैं। इस तरह अगले एक वर्ष के दौरान भूमि अधिग्रहण पर यमुना अथॉरिटी 3,260 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसी दौरान 3,843.82 करोड़ रुपए प्राधिकरण को प्राप्त होंगे। इनमें से 3,048.20 करोड़ रुपए आवंटियों से मिलेंगे। दूसरे स्रोतों से 795.61 करोड़ रुपए की आय अर्जित होगी।

एयरपोर्ट पर 805 करोड़ और कनेक्टिविटी पर 500 करोड़
डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक प्राधिकरण 5,569.6 करोड रुपए खर्च करेगा। इनमें पूंजीगत व्यय के तहत 5.39 करोड़ रुपए का प्रावधान है। अथॉरिटी पूरे वित्त वर्ष के दौरान 801.50 करोड़ रुपए ऋण और अग्रिम के रूप में लौटाएगी। निर्माण और विकास कार्यों पर 1,395.59 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। 195.38 करोड़ रुपए के अन्य व्यय शामिल किए गए हैं। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 805 करोड़ रुपए प्राधिकरण खर्च करेगा। दिल्ली-एनसीआर से इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी देने के लिए मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट पर 500 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

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