बीओटी आधार पर बनेगा एमआरओ हब, 40 एकड़ में सुधरेंगे पूरी दुनिया के हवाई जहाज, पढ़िए पूरी जानकारी

जेवर एयरपोर्ट : बीओटी आधार पर बनेगा एमआरओ हब, 40 एकड़ में सुधरेंगे पूरी दुनिया के हवाई जहाज, पढ़िए पूरी जानकारी

बीओटी आधार पर बनेगा एमआरओ हब, 40 एकड़ में सुधरेंगे पूरी दुनिया के हवाई जहाज, पढ़िए पूरी जानकारी

Tricity Today | नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

जेवर एयरपोर्ट : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर में 40 एकड़ में विकसित होने वाले मेंटेनेंस रिपेयर एंड ओवरहालिंग (एमआरओ) हब बीओटी आधार पर विकसित होगा। साथ ही सिटी साइट के तहत होटल भी बीओटी आधार पर बनाए जाएंगे। इसके लिए विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेद ने टेंडर निकाल दिए हैं। वहीं, कंपनी ने इंडियन ऑयल स्काईटैंकिंग लिमिटेड के साथ ईंधन आपूर्ति के लिए 30 साल का अनुबंध किया है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 2024 में यात्री सेवाएं शुरू होंगी। 

40 एकड़ में बनेगा कार्गो हब
जेवर एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईपीएल) 40 एकड़ में कार्गो हब विकसित करेगी। कार्गो हब बिल्ट, आपरेट, ट्रांसफर (बीओटी) आधार पर विकसित होगा। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने कार्गो हब के विकास के लिए कंपनी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसे डिजाइन, फाइनेंस, डेवलप, कंस्ट्रक्शन, आपरेशन व ट्रांसफर मोड पर बनाया जाएगा। विकासकर्ता कंपनी ने इसके लिए निविदा जारी कर दी है। कार्गो हब में अतंरराष्ट्रीय और घरेलू कार्गो के लिए टर्मिनल बनाया जाएगा। 2061 तक नोएडा एयरपोर्ट से 24 लाख टन कार्गो की ढुलाई का अनुमान है। इसमें 9.9 फीसद की सालाना बढ़ोतरी होगी।

होटल और अन्य व्यवसायिक गतिविधियों के लिए 60 एकड़ जमीन
जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण में 60 एकड़ हिस्से को सिटी साइट के तौर पर विकसित किया जाएगा। इससे एयरपोर्ट पर यात्रियों को होटल, मॉल आदि की सुविधा मिलेगी। सिटी साइट के विकास के लिए कवायद शुरू हो गई है। यहां होटल को बीओटी आधार पर बनाया जाएगा। इसके लिए विकासकर्ता ने कंपनी की तलाश शुरू कर दी है। इसके लिए भी टेंडर निकाल दिए गए हैं। बताते चलें कि एयरपोर्ट के चारों चरण पूरे होने पर सिटी साइट का कुल क्षेत्रफल 167 एकड़ हो जाएगा।

विमानन ईंधन के लिए आईओएसएल के साथ अनुबंध
वाईआईएपीएल ने इंडियन ऑयल स्काईटैंकिंग लिमिटेड (आईओएसल) के साथ ईंधन आपूर्ति के लिए 30 साल का अनुबंध किया है। यह साझेदारी जेवर एयरपोर्ट को विमानन ईंधन, लागत, कुशलता और एयरलाइन भागीदारों के लिए मदद करेगी। आईओएसल ईंधन के बुनियादी ढांचे के डिजाइन, निर्माण और संचालन का काम करेगा। 10,000 क्यूबिक मीटर ईंधन भंडारण टैंक बनाए जाएंगे। हवाई यातायात की मांग के अनुसार इस क्षमता को बढ़ाया जाएगा। सभी विमान स्टैंड को ईंधन के साथ जोड़ने वाली भूमिगत हाइड्रेंट प्रणाली भी विकसित करेगा। 

स्थायी विमानन ईंधन मिलेगा
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा कि उन्हें एयरपोर्ट की सुविधाओं के लिए इंडियन ऑयल स्काईटैंकिंग लिमिटेड के साथ साझेदारी करके खुशी है। इससे उन्हें स्थायी विमानन ईंधन मिलेगा। इंडियन ऑयल स्काईटैंकिंग लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टीएस दुपारे ने कहा कि इस साझेदारी में आधुनिक विमानन ईंधन व बुनियादी ढांचे का विकास शामिल होगा। वह हवाई अड्डे की सेवा करने के लिए अपना पूरा समर्थन और सहयोग देंगे।

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