नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आखिरी बाधा दूर हुई, अब कभी भी हो सकता है शिलान्यास

BIG BREAKING: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आखिरी बाधा दूर हुई, अब कभी भी हो सकता है शिलान्यास

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आखिरी बाधा दूर हुई, अब कभी भी हो सकता है शिलान्यास

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Jewar Airport News : जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से जुड़ी बड़ी खबर है। इस परियोजना की आखिरी बाधा भी बुधवार को दूर हो गई है। अब कभी भी हो सकता है शिलान्यास किया जा सकता है। दरअसल, नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (Bureau of Civil Aviation Security) ने इस प्रोजेक्ट को सुरक्षा मंजूरी दे दी है। इतना ही नहीं प्रोजेक्ट के लिए काम कर रही स्विस और भारतीय कम्पनी के बीच पहले चरण के लिए हुए समझौते का पुनरीक्षण (Vetting) भी कर लिया गया है। इस पर भी केंद्रीय एजेंसियों को कोई आपत्ति नहीं है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने बुधवार की शाम यह जानकारी दी है। उन्होंने बाकायदा ट्वीट करके नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो की ओर से मिली मंजूरी पर खुशी जाहिर की। एसपी गोयल ने कहा, "यह बहुत बड़ी खबर है। जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जरूरी अंतिम मंजूरी भी मिल गई है। एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए हुए समझौते का पुनरीक्षण कर लिया गया है। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो ने क्लीयरेंस दे दी है।" 

आपको बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मास्टर प्लान को रक्षा मंत्रालय ने करीब दो महीने पहले अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया था। इससे पहले नागर विमानन महानिदेशालय का जरूरी अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल चूकी है। अब केवल नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से अनापत्ति व सुझाव मिलने बाकि थे। बुधवार को नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो ने मंजूरी दे दी है।

निर्माण शुरू करने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी
दूसरी ओर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। एयरपोर्ट का निर्माण शुरू करने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी हो गया है। उम्मीद है कि अगले एक-डेढ़ महीने में निर्माण निर्माण शुरू हो जाएगा। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की पिछली कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फैसले लेने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। इससे प्रोजेक्ट रफ्तार पकड़ेगा। दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी विभागों की संयुक्त बैठक का आयोजन किया। जिम्मेदार अफसरों को कहा गया कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ा कामकाज बिना बाधा के पूरा होना चाहिए। परियोजना की कोई भी फाइल या दस्तावेज किसी भी पटल पर अटकना नहीं चाहिए।

दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू हुआ
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण पर भी सरकार और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में काम शुरू कर दिया है। सात गांवों की 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने चालू वित्त वर्ष के बजट में ढाई हजार करोड रुपए जिला प्रशासन को आवंटित किए हैं। उम्मीद है कि अगले महीने से दूसरे चरण के लिए इस जमीन की खरीद गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन शुरु कर देगा। नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण भी अपने-अपने हिस्से का पैसा जिला प्रशासन को भेज रहे हैं।

इन गांवों की जमीन अधिग्रहीत की जाएगी
गांव का नाम             जमीन हेक्टेयर में 
करौली बांगर                 183
कुरैब                            345
बीरमपुर                        96
दयानतपुर                     165
रन्हेरा                           519
नंगलाशाहपुर                 115    
मुंढेरा                            43

विमानों के रखरखाव की निर्भरता खत्म होगी
अधिग्रहीत की जाने वाली इस 1365 हेक्टेयर जमीन पर तीसरा रनवे और एमआरओ सेंटर बनेगा। देश के विमानों का मेंटेनेंस, रिपेयर ओवरहालिंग (एमआरओ) के लिए दूसरे देशों में होता है। जेवर एयरपोर्ट पर एमआरओ सेंटर भी बनेगा, जिससे विमान यहीं दुरुस्त हो सकेंगे। इससे बचत के साथ ही देश भर में विमानों के मेनटनेंस, रिपेयर एंड ओवरहालिंग से जुड़ी इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा।

सरकारी जमीन एयरपोर्ट को दे दी गई है
अधिग्रहीत की जाने वाली जमीन में कुछ जमीन सरकारी भी है। प्रदेश सरकार ने अब ऐसा नियम बना दिया है कि संबंधित एजेंसी को पुर्नग्रहण नहीं करना होगा। पुर्नग्रहण करने में काफी समय लगता है। अब इससे राहत मिलेगी। साथ ही अधिग्रहण में भी समय बचेगा। यह सरकारी जमीन राज्य सरकार ने निशुल्क दे दी है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने कहा, "जेवर एयरपोर्ट के लिए 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण जल्दी शुरू होगा। एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को सभी जरूरी अनापत्तियां मिल चुकी हैं। अब राज्य सरकार शिलान्यास कार्यक्रम तय करेगी।"

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