नॉर्थ इण्डिया का पहला Medical Device Park बनेगा, अरबों रुपये निवेश और लाखों रोजगार का रास्ता खुला

Yamuna Authority : नॉर्थ इण्डिया का पहला Medical Device Park बनेगा, अरबों रुपये निवेश और लाखों रोजगार का रास्ता खुला

नॉर्थ इण्डिया का पहला Medical Device Park बनेगा, अरबों रुपये निवेश और लाखों रोजगार का रास्ता खुला

Tricity Today | Yamuna Authority

Yamuna Authority अगले महीने मेडिकल डिवाइस पार्क (Medical Device Park) योजना लांच करेगी। सबसे खास बात यह है कि यह योजना फ्लैटेड इंडस्ट्री के रूप में विकसित होगी। अथॉरिटी आवंटियों को स्ट्रक्चर का खुद निर्माण करके देगी। यह अपने तरह की उत्तर भारत की पहली योजना होगी। पहले चरण के लिए 125 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। जबकि, दूसरे चरण का विस्तार 200 एकड़ जमीन पर होगा। प्राधिकरण ने इस योजना को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।

इस योजना के जरिए यमुना अथॉरिटी को अरबों रुपये का निवेश मिलेगा। लाखों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस योजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने यमुना प्राधिकरण को नोडल एजेंसी नामित किया है। प्रोजेक्ट पर केंद्र सरकार 250 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यहां बड़ी संख्या में देसी और विदेशी कंपनियां आएंगी। देशभर में केवल चार स्थानों पर ऐसे मेडिकल डिवाइस पार्क बनाए जाएंगे।

कोरोना महामारी के बाद मेडिकल क्षेत्र में शासन-प्रशासन को जोर रहा है। इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए सरकारों ने प्रयास तेज कर दिए हैं। इसी को देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने अपने क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क योजना लाएगा। उत्तर भारत का यह पहला मेडिकल डिवाइस पार्क होगा। यह योजना प्राधिकरण के सेक्टर-28 में आएगी। पहले चरण के लिए 125 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। इस योजना में 1 हजार वर्ग मीटर से लेकर 4000 वर्ग मीटर तक के भूखंड होंगे। इसमें कॉमन फैसिलटी सेंटर और व्यावासयिक सेंटर भी होगा। यमुना प्राधिकरण ने इस योजना के लिए तैयारी तेज कर दी है। मार्च में यह योजना निकाली जाएगी।

पहले चरण में 250 इकाइयों का होगा निर्माण
यमुना प्राधिकरण इसे फ्लैटेड इंडस्ट्री (स्ट्रक्चर निर्माण करके देंगे) स्कीम के रूप में लांच करेगा। उत्तर भारत में यह अपनी तरह की पहली योजना होगी। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक, इस योजना में एक मंजिल फैक्ट्री का स्ट्रक्चर बनाया जाएगा। इस योजना में इस तरह के करीब 250 निर्माण किए जाएंगे। इस योजना में खरीदने और किराये पर लेने के दोनों विकल्प दिए जा सकते हैं। हालांकि अभी इस पर फैसला नहीं हुआ है। इस तरह की इंडस्ट्री आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में लगी हैं। इस योजना यह पार्क जल्द शुरू हो जाएगी। 2023 में यहां पर उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य है।

कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी
मेडिकल डिवाइस पार्क में आवंटन के लिए कई शर्तें पूरी करनी होगी ताकि इकाई लगाने वालों को भी आवंटन किया जा सके। आवेदन करने वाली कंपनी का फार्मा में रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। विश्वस्तरीय कंपनी होनी चाहिए। पहले से जो कंपनी इस क्षेत्र में काम कर रही हो। इन शर्तों को पूरी करने वाले आवेदनों पर ही विचार किया जाएगा।

मेडिकल उपकरण बनेंगे
इस पार्क में मेडिकल क्षेत्र से जुड़े उपकरण बनाए जाएंगे। इसमें इलेक्ट्रानिक डिवाइस, रेडियोलॉजिकल डिवाइस आदि शामिल हैं। देश में मेडिकल उपकरण बनने से इनकी लागत में कमी आएगी। इससे लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं सस्ती मिल सकेंगी। योजना को सफल बनाने के लिए यमुना प्राधिकरण नई पहल करेगा। यह उत्तर भारत का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क होगा, इसलिए इसको प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। इसकी निगरानी के लिए एक विशेषज्ञ एजेंसी का चयन किया जाएगा। मौजूदा योजना के साथ आगे चरण की योजनाओं पर भी यह एजेंसी काम करेगी।

अफसरों की टीम जाएगी विशाखापत्तनम
फ्लैटेड इंडस्ट्री आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में हैं। यमुना प्राधिकरण के अधिकारी विशाखापत्तनम जाएंगे और वहां की बारीकियों को समझेंगे। एक हफ्ते में यह टीम जाएगी। प्राधिकरण की एसीईओ मोनिका रानी और रविंद्र सिंह इस दौरे में जाएंगे। वहां की बारीकियों को यहां भी अमल में लाया जाएगा ताकि योजना को मूर्तरूप दिया जा सके। यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने कहा, "क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क योजना लाई जाएगी। इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। यह फ्लैटेड इंडस्ट्री स्कीम होगी। मार्च में इसको लांच किया जाएगा।"

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