जेवर एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कम्पनी में शामिल हुई यूपी सरकार, पहली बोर्ड बैठक में हुए यह फैसले

BIG BREAKING : जेवर एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कम्पनी में शामिल हुई यूपी सरकार, पहली बोर्ड बैठक में हुए यह फैसले

जेवर एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कम्पनी में शामिल हुई यूपी सरकार, पहली बोर्ड बैठक में हुए यह फैसले

Tricity Today | जेवर एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर

Jewar Airport Update : जेवर एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAL) की गुरुवार को पहली बोर्ड बैठक हुई। इस बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार (UP Govt) की ओर से 2 सदस्यों को शामिल कर लिया गया है। यही कम्पनी जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar Airport) का संचालन करेगी। अब कम्पनी की बोर्ड बैठकों में  दोनों सदस्य शामिल होंगे।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विकसित करने की जिम्मेदारी स्विस कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी को सौंपी गई है। इस कंपनी ने यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से स्पेशल परपज वेहिकल बनाया है। यह कंपनी ही एयरपोर्ट का निर्माण और संचालन करेगी। इस कंपनी की पहली बैठक गुरुवार को हुई। बैठक में प्रदेश सरकार के 2 प्रतिनिधियों को बतौर सदस्य बोर्ड में शामिल किया गया है। नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अब इस बोर्ड के सदस्य होंगे। बोर्ड की होने वाली आगामी सारी बैठकों में दोनों अधिक अधिकारी शिरकत करेंगे।

अगस्त में होगा शिलान्यास
ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे जेवर के पास प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास अगस्त में होने वाला है। लगभग सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं। एयरपोर्ट से जुड़ी गतिविधियां शुरू होते ही पूरे इलाके में जमीन की खरीद-फरोख्त तेजी से बढ़ गई है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले डेढ़ साल के दौरान कोरोना संक्रमण से महामारी फैली हुई है, इसके बावजूद यमुना अथॉरिटी ने करीब 25,000 करोड रुपए की जमीन बेची है।

यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने कहा कि पिछले 2 वर्षों के दौरान प्राधिकरण में कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जमीन की आवंटन दरें नहीं बढ़ाई थीं। दूसरी ओर किसानों को दिया जा रहा मुआवजा बढ़ाया गया है। ऐसे में जमीन की लागत बढ़ गई है। सोमवार को हुई बोर्ड बैठक में सभी श्रेणी की आवंटन दरें 5 फ़ीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया था। जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया है। यह वृद्धि एक अप्रैल से लागू मानी जाएगी। कुल मिलाकर यमुना अथॉरिटी ने जेवर इंटरनेशल एयरपोर्ट के आसपास जमीनों की बढ़ती खरीद फरोख्त का फायदा उठाने की योजना पर अमल कर दिया है।



5,845 हेक्टेयर जमीन पर बनेगा जेवर एयरपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 5,000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में तीन चरणों में विकसित किया जाना है। अब एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़ाकर 5,845 हेक्टेयर कर दिया गया है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सेक्टर-30 और सेक्टर-31 की 845 हेक्टेयर जमीन भी एयरपोर्ट में समाहित कर दी है। यह बदलाव प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 में भी किया जा रहा है। इन दोनों सेक्टरों की जमीन पर एमआरओ हब का विकास किया जाना है। इसके साथ ही अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़कर 5,845 हेक्टेयर हो गया है। इसके साथ ही यह दुनिया में पांचवें की बजाय चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।

दुनिया में चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
अभी दुनिया में चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अमेरिका का ऑरलैंडो एयरपोर्ट है। जिसका क्षेत्रफल 5,383 हेक्टेयर है। अब जेवर एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़कर 5,845 हेक्टेयर हो गया है। लिहाजा, यह एयरपोर्ट अब दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा। आपको बता दें कि शनिवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 4 साल पूरे कर रही है। जिसकी उपलब्धियां गिनाने के लिए खुद मुख्यमंत्री लखनऊ में सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसी मौके पर यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने यह महत्वपूर्ण घोषणा की है। दरअसल, जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट योगी आदित्यनाथ सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। यह मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है।

दुनिया क्षेत्रफल की दृष्टि से टॉप 10 एयरपोर्ट
 
  1. किंग फहाद, दुबई  -  77,600 हेक्टेयर
  2. डेनवर, कनाडा -   13,570 हेक्टेयर
  3. डलास, अमेरिका  -  6,963 हेक्टेयर
  4. जेवर एयरपोर्ट, भारत  -  5,845 हेक्टेयर
  5. ऑरलैंडो, अमेरिका  -  5,383 हेक्टेयर
  6. वाशिंगटन, अमेरिका  -  4,856 हेक्टेयर
  7. बीजिंग, चीन  -  4,700 हेक्टयर
  8. जॉर्ज बुश एयरपोर्ट, टेक्सस  -  4,451 हेक्टेयर
  9. शंघाई, चीन  -  3,988 हेक्टेयर
  10. कायरो, मिश्र  -  3,625 हेक्टेयर
थाईलैंड का स्वर्ण भूमि एयरपोर्ट टॉप टेन की सूची से बाहर होगा
जेवर एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़ने से दुनिया के टॉप-10 हवाई अड्डों की रैंकिंग में बड़ा बदलाव आएगा। एक और जहां अमेरिका का ऑरलैंडो इंटरनेशनल एयरपोर्ट चौथे पायदान से खिसक कर पांचवें नम्बर पर पहुंच जाएगा, वहीं थाईलैंड का स्वर्ण भूमि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दुनिया के टॉप-10 एयरपोर्ट की लिस्ट से बाहर हो जाएगा। थाईलैंड के स्वर्ण भूमि एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 3,240 हेक्टेयर है। यह अभी दुनिया में दसवां सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है।

 

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