यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान-2041 को बनाने के लिए पांच कंपनियों ने रुचि दिखाई है। इसमें वह कंपनी भी शामिल है, जिसने दिल्ली में देश के नए संसद भवन का आर्किटेक्चर तैयार किया है। मास्टर प्लान-2041 में करीब 10 हजार हेक्टेयर का क्षेत्र शामिल होगा। इसमें गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के करीब 20 गांवों की जमीन आ जाएगी। जिस इलाके का मास्टर प्लान बनना है, वह पहले से ही यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में है। चयनित कंपनी एक नये शहर का खाका खीचेंगी।
एनसीआर प्लानिंग बोर्ड 2041 के मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने में जुटा है। एनसीआर के प्राधिकरणों से भी उनका मास्टर प्लान मांगा गया है, ताकि उसे भी पास किया जा सके। यमुना प्राधिकरण 2041 का मास्टर प्लान किसी विशेषज्ञ एजेंसी से बनवाना चाहता है। इसके लिए आरएफपी निकाला था। इसमें देसी-विदेशी कंपनियों ने आवेदन किया था। यमुना प्राधिकरण ने बुधवार को तकनीकी निविदा खोल दी। इसमें पांच कंपनियां आई हैं। अब ये कंपनियां अपना प्रजेंटेशन देंगी। इसके आधार पर इनकी मार्किंग की जाएगी। बाद में वित्तीय निविदा खोली जाएगी और उसके कंपनी का चयन कर दिया जाएगा। अगले 10 दिन में कंपनी का चयन होने की उम्मीद है।
इन कंपनियों ने दिखाई है रुचि
एलईए एसोसिएटस साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने भी यमुना प्राधिकरण का मास्टर प्लान बनाने के लिए रुचि दिखाई है। यह कंपनी सड़क, हाइवे बनाने में विशेषज्ञता रखती है। साथ ही हाइवे इंजीनियरिंग डिजाइन, निर्माण और रखरखाव में दक्षता है।
एचसीपी डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने भी मास्टर प्लान बनाने की इच्छा जताई है। यह कंपनी संसद भवन बना रही है। इस कंपनी ने मुंबई की एसबीआई की इमारत को डिजाइन किया है। इडेन गार्डन, गुजरात हाईकोर्ट आदि इमारतों में भी इस कंपनी का योगदान है।
मार्स प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी अहमदाबाद की है। यह कंपनी कंसलटेंसी मुहैया कराती है। यह कंपनी उच्च तकनीक की इंजीनियरिंग और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की सुविधा देती है। सैकड़ों जगहों पर कंपनी काम कर रही है।
वेपपॉस लिमिटेड कंपनी भारत सरकार की है। यह जल शक्ति मंत्रालय के अधीन है। इस कंपनी ने भी यमुा प्राधिकरण के मास्टर प्लान को बनाने में अपनी रुचि दिखाई है।
एजिस इंडिया कंसलटिंग इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी मल्टीनेशनल कंपनी है। यह इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट के साथ-साथ अरबन ट्रांसपोर्ट पर भी काम करती है। यह कंपनी भी प्राधिकरण का 2041 का मास्टर प्लान बनाना चाहती है।
तीन चरणों में विकसित होगा यमुना प्राधिकरण का क्षेत्र : यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अभी पहले चरण का विकास चल रहा है। पहले क्षेत्र में अभी 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को शामिल किया गया है। पहले चरण में गौतम बुद्ध नगर व बुलंदशहर जिले के क्षेत्र को रखा गया है। दूसरे क्षेत्र में मथुरा, अलीगढ़ व हाथरस और तीसरे चरण में आगरा जिले के क्षेत्र को रखा गया है। 2041 का मास्टर प्लान पहले चरण का ही है।
नये शहर का खाका खींचेगी कंपनी : यमुना प्राधिकरण ने 2041 के मास्टर प्लान में करीब 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को रखा है। इसमें गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर के 20 गांव आएंगे। चयनित एजेंसी एक नये शहर का खाका खींचेगी। इसमें आवासीय, औद्योगिक, मिश्रित भू उपयोग, रीक्रेशनल ग्रीन आदि शामिल होगा। इसमें लॉजिस्टिक हब का भी प्रावधान होगा। इसी इलाके में ही नये शहर की परिकल्पनी होगी। यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र पर एक नजर
जिला
अधिसूचित गांव
क्षेत्रफल
गौतमबुद्ध नगर
131
58,397
बुलंदशहर
40
----
अलीगढ़
105
34,291
हाथरस
420
88,968
मथुरा
431
7,5751
आगरा
60
11,455
यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान-2041 को बनाने के लिए पांच कंपनियों ने रुचि दिखाई है। ये कंपनियां अब प्रजेंटेशन देंगी। इसके बाद वित्तीय निविदा खोली जाएगी। अगले 10 दिन में कंपनी का चयन हो जाएगा।